Bali Indonesia
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Bali (बाली) is a province of Indonesia and the westernmost of the Lesser Sunda Islands.
Location
Located east of Java and west of Lombok, the province includes the island of Bali and a few smaller neighbouring islands, notably Nusa Penida, Nusa Lembongan, and Nusa Ceningan. The provincial capital, Denpasar, is the most populous city in the Lesser Sunda Islands and the second largest, after Makassar, in Eastern Indonesia. Bali is the only Hindu-majority province in Indonesia, with 83.5% of the population adhering to Balinese Hinduism.[1]
Origin
Variants
- Bali Indonesia बाली (AS, p.624)
History
बाली
विजयेन्द्र कुमार माथुर[2] ने लेख किया है .....बाली (AS, p.624) इंडोनेशिया का, जावा के सन्निकट स्थित द्वीप जहां वर्तमान काल में भी प्राचीन हिंदू धर्म और संस्कृति जीवित अवस्था में है. संभवत: गुप्तकाल- चौथी पांचवी सदी ई. में इस द्वीप में हिंदू उपनिवेश एवं राज्य स्थापित हुआ था. चीन के लियांगवंश (502-556 ई.) के इतिहास में इस द्वीप का सर्वप्रथम ऐतिहासिक उल्लेख मिलता है जहां इसे पोली कहा गया है. इस उल्लेख से विदित होता है कि बाली में इस काल में एक समृद्धिशाली तथा उन्नत हिंदू राज्य स्थापित था. यहां के राजा बौद्ध धर्म में भी श्रद्धा रखते थे. इस राज्य की ओर से 518 ई. में चीन को एक राजदूत भेजा गया था. चीनी यात्री इत्सिंग लिखता है कि बाली दक्षिण समुद्र के उन द्वीपों में है जहां मूल सर्वास्तिवाद निकाय का सर्वत्र प्रचार है. मध्य युग में जावा व अन्य द्वीपों में अरबों के आक्रमण हुए और प्राचीन हिंदू राज्यों की सत्ता समाप्त हो गई किंतु बाली तक अरब न पहुंच सके. फलस्वरूप यहां की प्राचीन हिंदू सभ्यता और संस्कृति व धार्मिक परंपरा वर्तमान काल तक बनी रही. [p.625]: 18 वीं सदी में बाली पर डचों का राजनैतिक अधिकार हो गया किंतु उनका प्रभाव यहां के केवल राजनीतिक जीवन पर ही पड़ा और बाली निवासियों की सामाजिक और धार्मिक परंपरा में बहुत कम परिवर्तन हुआ. कहा जाता है कि इस द्वीप का नाम पुराणों में प्रसिद्ध, पाताल देश के राजा बलि के नाम पर है. बाली देश की प्राचीन भाषा को 'कवि' कहते हैं जो संस्कृत से बहुत अधिक प्रभावित है. बाली में संस्कृत में भी अनेक ग्रंथ लिखे गए. रामायण और महाभारत का बाली के दैनिक जीवन में आज भी अमिट प्रभाव है.