Balwan Singh Rana
Balwan Singh Rana (Subedar) (02.01.1940 - 26.01.1988) became martyr on 26.01.1988 during Operation Pawan in Srilanka. He was from Pakasma village, tehsil Sampla district Rohtak, Haryana.
Unit - 14 Jat Regiment
सूबेदार बलवान सिंह
सूबेदार बलवान सिंह राणा
JC97461
02-01-1940 - 26-01-1988
वीरांगना - श्रीमती दया कौर
यूनिट - 14 जाट रेजिमेंट
ऑपरेशन पवन
सूबेदार बलवान सिंह का जन्म ब्रिटिश भारत में 2 जनवरी 1940 को संयुक्त पंजाब (वर्तमान हरियाणा) के रोहतक जिले की सांपला तहसील के पकासमा गांव में श्री पूरन सिंह राणा एवं श्रीमती नंद कौर के परिवार में हुआ था।
16 अक्टूबर 1961 को वह भारतीय सेना की जाट रेजिमेंट में रंगरूट के रूप में भर्ती हुए थे। प्रशिक्षण के पश्चात उन्हें 14 जाट बटालियन में सिपाही के पद पर नियुक्त किया गया था। अपनी बटालियन में विभिन्न परिचालन परिस्थितियों और स्थानों पर सेवाएं देते हुए वह सूबेदार के पद पर पदोन्नत हो गए थे।
वर्ष 1988 में सूबेदार बलवान सिंह अपनी बटालियन के साथ भारतीय शांति सेना द्वारा श्रीलंका में चलाए जा रहे "ऑपरेशन पवन" में तैनात थे।
26 जनवरी 1988 को लिट्टे के विरुद्ध की जा रही कार्रवाई में असाधारण साहस, दृढ़ निश्चय एवं वीरता से संघर्ष करते हुए सूबेदार बलवान सिंह ने सर्वोच्च बलिदान दिया था। इस कार्रवाई में चरखी-दादरी जिले के रावलधी गांव के हवलदार सतबीर सिंह भी बलिदान हुए थे।
शहीद को सम्मान
गैलरी
स्रोत
बाहरी कड़ियाँ
संदर्भ
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