Bansvali
Bansvali or Basaulee (बसौली), is a village in Iglas tahsil, Aligarh district in Uttar Pradesh.
Location
Village - Basauli /Basaulee (बसौली), Pincode 202123. It is a village of Gram Panchayat Nagla Jagdev (Nunera). Block - Gonda ,Tehsil - Iglas , District - Aligarh U.P. आसपास के गांव - नुनेरा ( नगला जगदेव), कोढ़ा , मानगढ़ी ,श्यामनगर ,तारापुर ,गोंडा ,नगला माधो ,कैमथल , ढोकोली
Jat Gotras
History
Population
Notable persons
- ठाकुर क्षत्रपालसिंह - [पृ.569]: आपकी जन्म भूमि जिला अलीगढ़ इगलास तहसील में वसौली गांव में है। गोत्र आप का काकरान है। उम्र 35-36 साल के आसपास होगी। आपने बीए और साहित्य रत्न किया है। इस समय ग्वालियर की सर्विस में है। और विक्टोरिया कॉलेज में हैड क्लार्क है। स्थानीय जाट बोर्डिंग हाउस के सुपरिटेंडेंट है। इस प्रकार आप कौमी सेवा के कार्यों में दिलचस्पी लेते हैं। आपके कुटुंब के एक नौजवान बृजेंद्र सिंह जी (नौनेरा) यही पर शिक्षा प्राप्त करते हैं और कुंवर भंवरसिंह जी के लेफ्टिनेंट में से हैं।[1]
- चौधरी दर्याव सिंह (स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, से.नि. ग्राम पंचायत सचिव) - आप ने महात्मा गांधी जी के साथ आजादी की लड़ाई लड़ी तथा 1942 में अपने हाथ से हथगोला बना कर अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पर जा कर अंग्रेजो से भरी रेल में हथगोला फेंका था, जिसमे आपको जेल जाना पड़ा था। आप भारत देश के सच्चे सपूत थे ओर अपने अपनी कॉम की हमेशा मदद की।आपकी दो शादी हुई। पहली पत्नी श्रीमती चमेली देवी (देहांत 2006) व दूसरी पत्नी श्रीमती मिश्री देवी (देहांत 2014) थी, आपके दोनो पत्नियों से दो पुत्ररत्न प्राप्त हुए श्री शिव कुमार सिंह (उत्तर प्रदेश पुलिस) ओर नारायन सिंह उर्फ झगडू। आपके चार नाती हुए जिनमे श्री शिव कुमार सिंह से दो धर्मवीर सिंह (उप निरीक्षक, उत्तर प्रदेश पुलिस) व चौधरी अजय सिंह ठकुरेला है तथा नारायन सिंह से दो रूपेंद्र सिंह (ग्राम विकाश अधिकारी) व इंद्रजीत उर्फ शेरू (सिपाही पीएसी) है।
- बहोरनसिंह - से.नि., जिला एक्साइज आफीसर (म.प्र.) (9456278211), (9811569933)
- रिसालसिंह (से.नि.एन डी एस आई)
- ओमपालसिंह एडवोकेट
- राजसिंह एडवोकेट (इलाहाबाद/प्रयागराज - उच्च न्यायालय)
- रामवीर सिंह
- धर्मवीर सिंह (उप निरीक्षक, उत्तर प्रदेश पुलिस)
- कुलदीपसिंह
- सतपालसिंह
- धीरेन्द्रसिंह
External Links
References
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, 1949, p.565-567
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