Barman Kalan

From Jatland Wiki
Author:Laxman Burdak, IFS (Retd.)

Bilhara - Lolri - Tendukheda - Barman Kalan - Narmada River in Narsinghpur, MP
Map of villages around Narsinghpur

Barman Kalan (बरमान कला) is a village in Kareli tahsil in Narsinghpur district in Madhya Pradesh. There are a few lithic records at Barmhan.[1] During other surveys various ancients monuments & remnant are found at Barman Kalan. [2]

Variants

Etymology

The name Barman is derived from the Sanskrit word Brahman. Its origin is the Brahman Ghat on the nearby Narmada river, where Brahmin caste people performed their religious rituals. An alternate spelling of Barman village is Barbhan or Barmhan.

Location

गांव का नाम : बरमान तहसील : करेली, जिला : नरसिंहपुर, ग्राम पंचायत : बरमान, आस-पास के गांव: करेली, बसखेड़ा, राजमार्ग,नेशनल हाईवे. बरमान, नरसिंहपुर सागर राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 26 पर 24 किलोमीटर एवं करेली रेलवे स्टेशन से 12 किलोमीटर की दूरी पर नर्मदा नदी के तट पर स्थित है।

Barman is situated 15 km from a small Town called Kareli. A square has been named as "Barman Chowk" in Kareli. Many ancient temples can be found here. Near to Barman town is Rajmarg national highway. Barman is surrounded by Bitli Ki Pahadi, one of the major hills in Narsinghpur district.

Jat Gotras

Places of interest

Satdhara :- A religious place on Narmada river bank, where the river has split into seven streams.

History

यहां नर्मदा नदी सात धाराओं में बहती है। यहां मकर सक्रांति से बसंत पंचमी तक भव्य मेला लगता है । मेले में जिला प्रशासन की ओर से जन जागरण हेतु शासकीय विभागों द्वारा प्रदर्शनी लगाई जाती है। यह नरसिंहपुर जिले का एक प्रसिद्ध नगर है । यहां पर मां नर्मदा का मंदिर, चित्रगुप्त मंदिर ,श्री राम जानकी मंदिर आदि है । श्री राम जानकी मंदिर हेतु बिलहरा के तत्कालीन मालगुजार राव साहब श्री राम विजय बहादुर सिंह और राव राम प्रताप सिंह जी द्वारा 130 एकड़ जमीन दान में दी गई थी । वर्तमान में बरमान में केवल दांदक, दासपुरिया और देशवाल गौत्रीय जाट परिवार निवासरत् हैं।

बरमान

बरमान मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध स्थलों में से एक है। यह करेली-सागर मार्ग पर स्थित है। बरमान को ख़ासी लोकप्रियता प्राप्त है, क्योंकि यहाँ 'मकर संक्रांति' से एक विशाल मेले का आयोजन होता है जो क़रीब एक माह तक चलता है। यह मेला 'बरमान मेला' के नाम से जाना जाता है। नर्मदा नदी के किनारे बरमान के मेले तले विभिन्न पृष्ठभूमियों और रीति-रीवाज से जुड़े लोगों का संगम क़रीब एक महीने तक चलता है। भारत की प्रमुख नदियों में से एक नर्मदा नदी यहाँ से भी होकर गुजरती है। नदियों के किनारे पैदा हुई मेला संस्कृति ने कई परंपराओं व मान्यताओं को हमेशा ही पोषित किया है। नरसिंहपुर ज़िले का बरमान मेला भी मूल्यों व परंपरा संग सदियों का सफर पूरा कर चुका है। बरमान मेले की शुरुआत कब हुई, इसका कोई ऐतिहासिक दस्तावेज़ तो उपलब्ध नहीं है, लेकिन जनश्रुति के आधार पर यह मेला आठ सदियों के पड़ाव पार कर चुका है। यहाँ आज भी 12वीं सदी की वराह प्रतिमा और रानी दुर्गावती द्वारा 'ताजमहल' की आकृति का बनाया मंदिर मौजूद है। इसके अलावा यहाँ स्थित 17वीं शताब्दी का 'राम-जानकी मंदिर', 18वीं शताब्दी का 'हाथी दरवाज़ा', 'छोटा खजुराहो' के रूप में ख्यात 'सोमेश्वर मंदिर', 'गरुड़ स्तंभ', 'पांडव कुंड', 'ब्रह्म कुंड', 'सतधारा', 'दीपेश्वर मंदिर', 'शारदा मंदिर' व 'लक्ष्मीनारायण मंदिर' इतिहास का जीवंत दस्तावेज हैं।[3]

Notable persons

गाँव के प्रमुख व्यक्ति

(1). डॉ दीपक सिंह पटेल, शासकीय चिकित्सक: डाक्टर दीपक सिंह पटेल एक विनम्र स्वभाव के शासकीय(्चि्चि्चि्चि्चि्चि्चि्च्््चि्च्च ।‌ बरमान में मकर संक्रांति के दिन से लगने वाले मेले में अपनी सेवाएं पूरे एक माह तक निरंतर देते हैं । यहां पर परिक्रमा पर आने वाले धर्मप्रेमियों के निशुल्क चिकित्सा शिविर भी लगाते हैं । गरीबों को निशुल्क दवाइयां भी वितरित करते हैं । समाज के लोगों से आधी फीस लेते हैं ।आप एक मिलनसार, मृदुभाषी स्वभाव के , धार्मिक व्यक्ति हैं । आपका संपर्क नं.9752700193 है ।

(2) श्रीमती मिथलेश पटेल, वरिष्ठ समाज सेवी: श्रीमती मिथलेश पटेल पत्नी डाक्टर दीपक सिंह पटेल । श्रीमती मिथलेश पटेल जाट एक वरिष्ठ समाजसेवी हैं । समाज सेवा की भावना इनको विरासत में मिली । इनका जन्म वर्ष 1971 में ग्राम मढेसर में ठाकुर विनोद सिंह एवं माता कमला देवी दांदक के घर हुआ । इनका विवाह कम उम्र में ही एडवोकेट राजेंद्र सिंह जी के सुपुत्र श्री दीपक सिंह पटेल से हो गया था । इनके दो बच्चे, बेटा सृजन एवं बेटी नेहा है ।जैसा कि ऊपर कहा गया है, समाज सेवा इन्हें विरासत में परिवार से ही मिली थी । बचपन से ही साथ पढ़ने वाली लड़कियों की मदद करना अपने जेब खर्च से कॉपी पेन खरीद कर गरीब बच्चों को बांटना । इनके अपने बच्चों के बड़े होने पर इन्होंने अपने जाट समाज के लिए कुछ करने की ठानी तथा जाट महासभा का गठन किया जिसकी वे वर्तमान में अध्यक्ष हैं । अब ये अपना अधिकांश समय समाज सेवा में व्यतीत करती हैं । साथ ही जाट समाज के संगठनों में बढ़-चढ़कर भाग भी लेती है । समय-समय पर समाज हित के कार्यक्रम आयोजित कराना और करना इनका विशेष गुण है । हर तीज-त्योहार पर सामाजिक महिलाओं और बच्चियों के कार्यक्रम करना जिसमें अपने संस्कारों का ज्ञान कराना, स्त्री शिक्षा पर बल देना और स्त्रियों को स्वावलंबी बनाने पर विशेष जोर दिया जाता है । आपका संपर्क नं.9826896233 है ।

(3) श्री मनीष जाट, शासकीय सेवा: 9301036161

Gallery

Population

जनसंख्या : 8143 (2011 की जनगणना अऩुसार).

External links

Source

References


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