Divrala
Divrala (दिवराला) is a large village in Sri Madhopur tahsil in Sikar district in Rajasthan.
Origin
Jat Gotras
Population
As per Census-2011 statistics, Divrala village has the total population of 10452 (of which 5463 are males while 4989 are females).[1]
History
दिवराला और अणतपुरा में गोली काण्ड 1952
1952 में शेखावाटी में सीकर जिले की तहसील श्रीमाधोपुर के गाँव दिवराला में ठाकुर नाम का ही रौब था जबकि आजादी आये पांच वर्ष हो चुके थे. करणी राम के बलिदान के बाद दिवराला के किसान भी बोलना सीख गए थे. सीकर मुख्यालय से 80 किमी. दूर पूर्व-दक्षिण में गाँव दिवराला और अणतपुरा पास-पास हैं. इनकी जमीन भी मिली-जुली है. दिवराला के राजपूतों को जब पता लगा कि जागीरदारी सचमुच जाने वाली है तो उन्होंने किसानों के खेतों पर कब्ज़ा करना शुरू कर दिया. गाँव के किसान शंकर यादव ने बताया कि किसानों ने राजपूतों के अनाधिकृत कब्जे का विरोध किया. तब राजपूतों ने मांग रखी कि वे उपज का तीसरा हिस्सा लेंगे. किसानों ने इसका विरोध किया. उन्होंने साफ़ कह दिया कि उपज का छठा हिस्सा ही लगान में देंगे. इस पर तनाव बढ़ गया. राजपूत कब्ज़ा नहीं दे रहे थे तब करीब 70 किसान बैलों कि जोड़ी लेकर खेत जोतने चल पड़े. लगभग 200 राजपूत भी इकट्ठे हो गए. सब में सहमति बन गयी कि छठा हिस्सा ही लगान दिया जायेगा. लेकिन राजपूत इस समझौते से मुकर गए. जब अन्य किसान चले गए तो पुर्जी कि कोठी वाले खेत को जोत रहे किसानों पर राजपूतों ने हथियारों से आक्रमण कर दिया. गोली चलने से दिवराला के किसान छछू राम डागर, अनतपुरा के भगता राम, भूरा राम और जोधाराम की मौत हो गयी. भूरा राम की गर्दन तलवार से भी काट दी गयी. इस नृशंस हत्याकांड से दोनों गांवों में आतंक फ़ैल गया. भय इतना कि चारों किसानों के शवों को जोहड़े में ही जला दिया. सभी मृत किसान यादव जाति के थे. (राजेन्द्र कसवा, p. 220)
आश्चर्य की बात है कि किसी भी ठाकुर को इस हत्याकांड में सजा नहीं हुई. दिवराला-अनतपुरा गाँव के चार यादव किसान ठाकुरों की गोली के शहीद हो गए परन्तु अभी तक गाँव में उनका कोई स्मारक नहीं है.(राजेन्द्र कसवा, p. 221)
Notable persons
External links
References
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