Dugari
Dugari (दुगारी) is village in Nainwa tahsil in Bundi, Rajasthan.
Origin
Jat Gotras
History
Jat Monuments
तेजाजी का मंदिर और मेला - बांसी-दुगारी: हड़ौती क्षेत्र में बूंदी के दुगारी में तेजाजी का सबसे बड़ा आस्था का केंद्र है। दुगारी का मंदिर 800 साल पुराना है। दुगारी में चौहनों की हाड़ा शाखा का शासन था। महाराजा से तेजाजी के प्रति भूल से कोई गुनाह हो गया था। कहते हैं कि तेजाजी के कोप से महाराजा को श्राप हो गया कि आपकी सात पीढ़ियों तक कोई संतान नहीं होगी। ऐसा ही हुआ। यहाँ के महाराजा 7 पीढ़ी तक निसंतान रहे। उत्तराधिकारी के लिए दत्तक पुत्र चुनते रहे। आठवीं पीढ़ी में महाराज आर. आस. सिंह के यहाँ वंश चला। लेखक संत कान्हा राम, दुगारी के राम नारायण माली , भंवरजी शर्मा व तेजाजी मंदिर के पुजारी सहित लोगों ने इसकी पुष्टि की और महाराजा आर. आस. सिंह ने भी मदन मीणा के साथ मिलने पर पुष्टि की। ।[1]
Notable person
Gallery
References
- ↑ Sant Kanha Ram: Shri Veer Tejaji Ka Itihas Evam Jiwan Charitra (Shodh Granth), Published by Veer Tejaji Shodh Sansthan Sursura, Ajmer, 2015. p. 298
External Links
Back to Jat Villages