Hari Singh Sheoran
Hari Singh Sheoran (NK) (1948 - 10.05.1968), From village Hameerwas Bara, Rajgarh , Churu, Rajasthan became martyr on 10.05.1968 in Operation Rakshak fighting with the militant Mizos in North-East India.
शहीद हरीसिंह श्योराण का जीवन परिचय
शहीद नायक हरीसिंह श्योराण
3143668
1948 - 10-05-1968
वीरांगना - मनभरी देवी
मातापिता - श्री भोमाराम - श्रीमती मिरीया देवी
यूनिट - 16 जाट रेजिमेंट
लड़ाई - पूर्वोत्तर उग्रवाद
सर्विस - 5 या 6 साल
हमीरवास बड़ा, तहसील राजगढ़, चूरू, राजस्थान
नायक हरि सिंह श्योराण का जन्म वर्ष 1948 में श्री भोमाराम श्योराण एवं श्रीमती मिरीया देवी के परिवार में हुआ था। वह राजस्थान के चूरू जिले की राजगढ़ तहसील के निवासी थे और भारतीय सेना की जाट रेजिमेंट की 16 बटालियन में सेवारत थे।
वर्ष 1968 में वह पूर्वोत्तर भारत के विद्रोह विरोधी अभियानों में तैनात थे। 10 मई 1968 को एक विद्रोह विरोधी कार्रवाई में अदम्य साहस, दृढ़ निश्चय और वीरता से संघर्ष करते हुए नायक हरि सिंह ने सर्वोच्च बलिदान दिया था।
इनके पोते को शहादत के लगभग 53 साल बाद बीदासर तहसील कार्यालय में कलर्क की पोस्ट अनुकंपा नौकरी में मिली है।