Jas Raj Fageria
Jas Raj Fageria (चौधरी जसराज फगेडिया), from Moti Singh Ki Dhani (मोतीसिंह की ढाणी), Rajgarh, Churu, Rajasthan, was a social worker. [1]
जाट जन सेवक
ठाकुर देशराज[2] ने लिखा है ....चौधरी जसराज जी: [पृ.158]: तप तीन प्रकार के हैं। मन का ताप, वाणी का तप और
[p.159]:कर्मों का ताप। अपशब्दों का नहीं बोलना, कम बोलना और सही बोलना तथा मधुर बोलना ये वाणी के ताप हैं। देहात में अपशब्द, गाली गलौज करने की आदत होती है। इस कुटेव को छुड़ाने के लिए आज से 20 वर्ष पहले जिसन मनस्वी ने बीकानेर के देहातों में प्रचार शुरू किया था उनका नाम चौधरी जस राज जी है। आप राजगढ़ तहसील में मोती सिंह की ढाणी के रहने वाले फगेडिया गोत्र के जाट हैं।
परमात्मा ने आपको यह सौभाग्य दिया है कि आप पत्नी अभर होते हुए भी वैद्य हैं, दे देहाती जड़ी बूटियों से लोगों को राहत देती हैं। आपके लड़के का नाम सुखदेव सिंह है।
Gallery
Jat Jan Sewak, 1949, p.158
Jat Jan Sewak, 1949, p.159
External links
References
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, 1949, p.158-159
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, 1949, p.158-159
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