Kedar Singh Jurel
Kedar Singh Jurel (Rifleman) became martyr of militancy on 10.05.2006 in Rajauri district of Jammu and Kashmir. He was awarded Shaurya Chakra for his act of bravery. He was from Patti Shakti village in tehsil Sadabad of Hathras district in Uttar Pradesh.
Unit - 43 Rashtriya Rifles/15 Rajrif.
राइफलमैन केदार सिंह जुरेल
राइफलमैन केदार सिंह जुरेल
2897670W
12-07-1982 - 10-05-2006
शौर्य चक्र (मरणोपरांत)
यूनिट - 43 राष्ट्रीय राइफल्स/15 राजरिफ
आतंकवाद विरोधी अभियान
राइफलमैन केदार सिंह का जन्म 12 जुलाई 1982 को उत्तरप्रदेश के हाथरस (वर्तमान महामाया नगर) जिले की सादाबाद तहसील के पत्ती शक्ति सोकाई गांव में हुआ था। वह भारतीय सेना की राजपुताना राइफल्स रेजिमेंट की 15 बटालियन में सेवारत थे। वर्ष 2006 में वह प्रतिनियुक्ति पर जम्मू-कश्मीर के आतंकवाद विरोधी अभियानों में 43 राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन के साथ संलग्न थे।
10 मई 2006 को, राइफलमैन केदार सिंह, जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के एक क्षेत्र में अन्वेषण और विनाश अभियान में अग्रणी स्काउट थे। आकस्मिक उन्होंने एक पेड़ के पीछे आतंकवादियों के एक समूह को देखा और आतंकवादियों की प्रभावी गोली वर्षा होते हुए भी उनके भागने के मार्ग को अवरुद्ध करने के लिए वह विद्युत की गति से आगे बढ़े।
भीषण गोली वर्षा हुई, जिसमें आतंकवादी घायल हो गए। घायल आतंकवादियों में से एक आतंकवादी ने राइफलमैन केदार सिंह पर हथगोले से आक्रमण किया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। घातक रूप से घायल होते हुए भी, राइफलमैन केदार सिंह ने आतंकवादियों पर प्रभावी गोली वर्षा की और उनमें से दो आतंकवादियों को निकट से मार दिया, किंतु आगे चलकर अपने घातक घावों से वह वीरगति को प्राप्त हो गए।
इस कार्रवाई में राइफलमैन केदार सिंह ने व्यावसायिक दक्षता और अनुकरणीय साहस का परिचय दिया तथा आतंकवादियों से जूझते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्हें मरणोपरांत "शौर्य चक्र" सम्मान दिया गया।
शहीद को सम्मान
चित्र गैलरी
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राइफलमैन केदार सिंह
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राइफलमैन केदार सिंह
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राइफलमैन केदार सिंह की प्रतिमा
स्रोत
संदर्भ
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