Likhma Ram Jat
Likhma Ram Jat became martyr on 05.02.1988 during Operation Pawan in Srilanka. He was awarded Sena Medal (posthumous) for his act of bravery. He was from Kharwaliya village in Didwana tehsil of Nagaur district in Rajasthan.
Unit - 14 Jat Regiment
लांस नायक लिखमा राम जाट
लांस नायक लिखमा राम जाट
3171520
सेना मेडल (मरणोपरांत)
वीरांगना - श्रीमती राधा देवी
यूनिट - 14 जाट रेजिमेंट
लांस नायक लिखमा राम का जन्म राजस्थान के नागौर जिले की डीडवाना तहसील के खरवालिया गांव में हुआ था। शिक्षा पूर्ण करने के पश्चात वह भारतीय सेना की जाट रेजिमेंट में रंगरूट के रूप में भर्ती हुए थे।
प्रशिक्षण के पश्चात उन्हें 14 जाट बटालियन में सिपाही के पद पर नियुक्त किया गया था। अपनी बटालियन में विभिन्न परिचालन परिस्थितियों और स्थानों पर सेवाएं देते हुए वह लांस नायक के पद पर पदोन्नत हो गए थे।
वर्ष 1988 वह अपनी बटालियन के साथ भारतीय शांति सेना द्वारा श्रीलंका में चलाए जा रहे "ऑपरेशन पवन" में तैनात थे। 5 फरवरी 1988 को लिट्टे उग्रवादियों के विरूद्ध कार्रवाई में असाधारण साहस, दृढ़ निश्चय एवं वीरता से युद्ध करते हुए लांस नायक लिखमा राम ने सर्वोच्च बलिदान दिया था।
वर्ष 1989 में उन्हें मरणोपरांत "सेना मेडल" दिया गया था। राज्य सरकार द्वारा इनकी स्मृति में गांव के राजकीय विद्यालय का नाम "शहीद लांस नायक लिखमा राम राजकीय, उच्च माध्यमिक विद्यालय, खरवालिया" किया गया है।
शहीद को सम्मान
वर्ष 1989 में उन्हें मरणोपरांत "सेना मेडल" दिया गया था। राज्य सरकार द्वारा इनकी स्मृति में गांव के राजकीय विद्यालय का नाम "शहीद लांस नायक लिखमा राम राजकीय, उच्च माध्यमिक विद्यालय, खरवालिया" किया गया है।
गैलरी
स्रोत
बाहरी कड़ियाँ
संदर्भ
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