Lohachal
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Lohachal (लोहाचल) refers to a mountain mentioned as Krauncha in Ramayana. It is located about 10 kms east of Bellari in Karnataka, India.
Variants
- Lohachala लोहाचल, होसपेट तालुका, मैसूर, (AS, p.823)
- Lohachala Parvata (लोहाचल पर्वत) (AS, p.248)
History
लोहाचल पर्वत (कर्नाटक)
लोहाचल (AS, p.823) होस्पेट तालुका, मैसूर में स्थित एक पहाड़ी है। यह वेल्लारी से लगभग छ: मील की दूरी पर पूर्व की ओर स्थित है। माना जाता है कि इस पहाड़ी का प्राचीन नाम क्रौंच था और वाल्मीकि रामायण में वर्णित क्रौंचारण्य शायद इसी के निकट अवस्थित था- 'तत: परं जनस्थानात् त्रिकोशं गम्य राघवौ, क्रौंचारण्यं विविशतुर्गहनं तौ महौजसौ।' वाल्मीकि रामायण, अरण्य काण्ड 69,5. श्रीराम और लक्ष्मण सीता के हरण के पश्चात् पंचवटी से चलकर तीन कोस की यात्रा करने के बाद यहाँ पहुँचे थे। (दे. क्रौंचारण्य) [1]
क्रौंचारण्य
विजयेन्द्र कुमार माथुर[2] ने लेख किया है ... क्रौंचारण्य (AS, p.248) नामक वन का उल्लेख वाल्मीकि रामायण में हुआ है। इसके उल्लेखानुसार श्रीराम और लक्ष्मण, सीता की खोज करते हुए पंचवटी से चलकर यहाँ पहुँचे थे- 'तत: परं जनस्थानात्त्रिक्रोशंगम्य राघवौ, क्रौंचारण्य विविशतु: गहनं तौ महौजसौ" अरण्यकांड 69, 5. अर्थात् "उसके बाद जनस्थान से तीन कोस चलकर तेजस्वी राम और लक्ष्मण ने घने क्रौंच वन में प्रवेश किया -- 'तत: पूर्वेण तौ गत्वा त्रिकोशं भ्रातरौ तदा, क्रौंचारण्यमतिक्रम्य मतंगाधममंतरे' अरण्यकांड 69, 8 अर्थात् "क्रौंचारण्य को पार करके तीन कोस चलने पर वे मतंगाश्रम पहुँचे।"
इससे सूचित होता है कि क्रौचारण्य 'जनस्थान' और 'मतंगाश्रम' के बीच में स्थित था। क्रौंचारण्य के निकट क्रौंच नामक पहाड़ी की स्थिति थी। वर्तमान बेल्लारी (मैसूर) से छ: मील पूर्व की ओर लोहाचल पर्वत को क्रौंच कहा जाता है। संभव है रामायण काल में इसके निकटवर्ती वन को ही 'क्रौंचारण्य' नाम से अभिहित किया जाता हो।