Mahaveer Singh Faujdar
महाराजा सूरजमल जैसे महानतम जाट सम्राट के वंशज, जमीन से उठकर अपने संघर्ष, साहस और मजबूत ईरादों के बदौलत जाट समाज में नवप्राण फूंकने वाले 'जाट महासभा अजमेर' के शहर अध्यक्ष 'श्रीमान् महावीर सिंह फौजदार'
पारिवारिक परिचय
श्री महावीर सिंह फौजदार (सिनसिनवार) का जन्म 21 मार्च सन् 1964 में पैतृक गांव मवई, तहसिल डीग, जिला भरतपुर में हुआ । आपके पिताजी का नाम कलुआसिंह था जो कि नामी पहलवान थे । तथा माताजी का नाम श्रीमती अंगूरीदेवी है । आपकी धर्मपत्नी स्व. सुमन देवी व 2 पुत्र अमित व सुमित अब इस दुनियां में नहीं रहे ।
खेल को समर्पित परिवार
कलुआसिंह फौजदार- आप महावीर सिंह जी के पिताजी व ब्रज क्षैत्र के नामी पहलवान रहे थे। कहा जाता है कि आप एक दंगल से तीन पगड़ियां जीत के लाते थे।
बलवीर सिंह फौजदार- आप महावीर सिंह जी के छौटे भाई है तथा वर्तमान में पारीवारिक खेती का काम करते हैं। आप भी अपने जमाने के प्रसिद्ध पहलवान रहे हैं ।
महावीर सिंह फौजदार की भतीजी व दारासिंह फौजदार की पुत्री कुमारी प्रिया फौजदार ने 13-14 साल की छौटी उम्र में ही अपनी मेहनत का लोहा मनवा लिया। अजमेर जिला अंडर-16 टीम वॉलीबॉल की खिलाड़ी प्रिया के नेतृत्व में 2015-2016 में अपनी टीम को प्रथम स्थान दिलवाया। कुमारी प्रिया पढाई में भी होनहार छात्रा है और अभी सावित्री कन्या विधालय में 8वीं कक्षा में अध्ययनरत है।
महावीर फौजदार के भतीजे, दारासिंह फौजदार के पुत्र व प्रिया के बड़े भाई प्रेमसिंह को पहलवानी के गुण अपने दादाजी से मिले हैं। 16 साल के प्रेमसिंह कक्षा 6 से कुश्ती में विधालय की तरफ से प्रतीनिधित्व करतेे आ रहे हैं। और हमेशा प्रथम रहे हैं। अभी प्रेमसिंह 10वीं कक्षा में अध्ययनरत हैं तथा उनकी पहलवानी भी निरंतर जारी है।
शिक्षा
साधारण परिवेश से निकलने वाले महावीर जी ने प्रारंभिक शिक्षा गांव के सरकारी विधालय से पूर्ण की। पढाई में हमेशा अव्वल रहने वाले महावीर जी ने बचपन से ही खुद को शिक्षा व समाजसेवा के लिए समर्पित रखा। इस प्रकार आपने स्नातक तक की शिक्षा पूर्ण कर अपनी मेहनत का लोहा मनवाया। क्योंकि साधारण परिवारों के कमोबेश बच्चे ही इतनी पढाई कर पाते थे।
रेलवे में नौकरी
पढाई में हमेशा होनहार रहने वाले महावीर सिंह फौजदार का चयन वर्ष 1985 में हुआ। मगर पारिवारिक हालातों के चलते आपने पाःच वर्ष की सेवा के पश्चात सन् 1990 में रेलवे से इस्तीफा दे दिया।
वर्तमान में व्यवसाय व प्रतिनिधित्व
रेलवे से इस्तीफा देने के पश्चात आपने खुद को परिवार के लिए समर्पित कर दिया। आप अपने पैतृक गांव में खेती करने लगे। तत्पश्चात आपने ठेकेदारी में अपना भाग्य आजमाने का सौचा और PWD ठेकेदार के रूप में अजमेर शहर आये। कई वर्षों तक आपने ठेकेदारी के क्षेत्र में अच्छा नाम कमाया। वर्तमान में आपके अजमेर पुलिस लाईन के सामने "भौला रेस्टोरेंट" व डेयरी बूथ जैसे प्रतिष्ठान का संचालन कर रहे हैं। आप वर्तमान में "राजस्थान जाट महासभा" अजमेर शहर के जिलाध्यक्ष पद पर स्थापित है। तथा समाजसेवा में उल्लेखनीय कार्य करवा रहै हैं। अभी हाल ही में जाट समाज के युवाओं को सरकारी सेवाओं में ज्यादा से ज्यादा चयन करवाने के उपलक्ष्य में गठित संस्था 'तेजा फाऊंडेशन' का आपको अजमेर जिला अध्यक्ष मनोनीत किया गया है।
समाजसेवा
1) आप केवल "जाट समाज" ही नहीं अपितु 36 कौम के हितेषी हैं। अभी हाल ही में 'पीरदानसिंह राजपूत' के चल रहे हैं धरने में आपने हरसंभव सहायता की है।
2) जाट महासभा अध्यक्ष पद पर रहते हुए आप वर्ष में 2 बार अजमेर में "जाट चिंतन शीविर" का आयोजन करते हैं। जिसमें समाज के मौजीज लोगों को आमंत्रित कर शिक्षा, खेल व इतिहास पर चर्चा करते हैं।
3) आप सर्व समाज के भाईचारे को लेकर सदैव प्रयासरत रहते हैं। तथा होली व दीपावली के अवसर पर 'स्नेहमिलन समारोह' का आयोजन करवाते हैं।
4) आप मिलनसार व्यक्तित्व के धनी तथा समाज को समर्पित इंसान है। आपके कार्यालय पर पधारने वाले प्रत्येक व्यक्ति का आप सम्मान किये बिना नहीं भेजते।
5) अजमेर शहर में आपने जाटों को एकसूत्र में पिरोया हुआ है। समाज के हर कार्य में आपका योगदान रहता है चाहे वह किसी भी संगठन द्वारा आयोजित हो।
6) आप खासकर जाट युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत है। आप युवाओं में अपने पुत्रों की छवि देखते हैं तथा उन्हें हरसंभव सहयोग व सफल होने की प्रेरणा प्रदान करते रहते हैं।
7) वर्तमान में तेजा फाऊंडेशन अजमेर जिलाध्यक्ष के तौर पर मनौनित होने के पश्चात आप इस दिशा में अनवरत कार्य कर रहे हैं। जल्द ही कार्यकारिणी गठित कर भवन निर्माण का कार्य करने का काम आपके मार्गदर्शन में होना सुनिश्चित है।
सम्मान
वैसे तो आप सर्वसमाज के क्षैत्रिय संगठनो द्वारा वर्षभर सम्मानित होते हैं मगर जाट समाज द्वारा भी आपको कई बार मान सम्मान मिला है-
1) वीर तेजाजी जयंती समारोह 2015 सुरसुरा में सम्मानित
2) राजस्थान शिक्षा बोर्ड कार्यालय में नागौर सांसद द्वारा प्रशस्ति पत्र
3) माशिबो चैयरमेन द्वारा प्रमाणपत्र व मैडल से सम्मानित
4) आदर्श जाट महासभा स्टूडेंट यूनियन द्वारा 'संस्कार शिविर पुष्कर' में सम्मानित
5) समाज में उत्कृष्ट कार्यों हेतू साल 2016 में पुष्कर जाट विश्राम स्थली में बायतू विधायक 'कैलाश चौधरी' के हाथों सम्मानित
सम्पर्क सूत्र
पैतृक निवास- फौजदार कृषि फार्म, गांव मवई, डीग-भरतपुर (राज)
वर्तमान निवास- फौजदार एंड कंपनी, भोला रेस्टोरेंट, पुलिस लाईन गेट, अजमेर
मो. न. 9414550978
लेखक
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