Malaketu
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Malaketu (मालकेतु) is the name Aravalli hills near Udaipurwati in Jhunjhunu district of Rajasthan.
Origin
Variants
History
मालकेतु
मालकेतु (AS, p.738): महाभारत तथा पद्मपुराण में उल्लिखित एक पर्वत जो अर्वली पहाड़ राजस्थान का ही कोई भाग जान पड़ता है. [1]
मालकेतु परिचय
राजस्थान के शेखावाटी अंचल में मालकेतु पर्वत की एक विस्तृत, मनोरम घाटी में विभिन्न पेड़-पौधों, लता-गुल्मों के बीच एक पहाड़ी नदी शंकरा या शक्रधारा के किनारेमां शाकंभरी देवी का भव्य मंदिर है. यह चारों ओर से आम और कनेर के वृक्षों से घिरा है. पहाड़ों से घिरी यह हरी-भरी घाटी और जल के स्रोत (नदी और कुंड) प्राचीनकाल से ही तपस्वियों और साधकों को आकर्षित करतेरहे हैं. मालकेतु पर्वत का जिक्र महाभारत के सभा पर्व एवं वन पर्व, पद्म पुराण, वायु पुराण जैसे प्राचीन ग्रंथों में भी है.[2]
अरावली पर्वत शृंखलाओं को अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग नामों से जाना जाता है. झुंझुनूं जिला के उदयपुरवाटी के पास इसे मालकेतु पर्वत के नाम से जाना जाता है.यहां यह पर्वत काफी चौड़ाई लिये हुए है. मालकेतु पर्वत की अन्य घाटियां भी बेहद मनोरम हैं. तपस्या और साधना के लिए उपयुक्त होने के कारण ये घाटियां नाथ संप्रदाय के साधु-संन्यासियों के आकर्षण का केंद्र रही हैं. इस क्षेत्र में साधु-संतों ने कई जगहों पर अपनी गद्दियां कायम कीहै. नाथ संप्रदाय के मुख्य ईष्ट भगवान शंकर हैं. वे शक्ति की भी उपासना करते हैं. इसलिए इस क्षेत्र में बहने वाली छोटी-छोटी जलधाराओं और कुंडों को पवित्र तीर्थ माना जाता है.[3]