Nagadhanva
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Nagadhanva (नागधन्वा) is a pilgrim mentioned with reference to Balarama's journey in Mahabharata located on the banks of Sarasvati River.
Origin
Variants
- Nagadhanva (नागधन्वा) (AS, p.486)
- Nagadhanwa (नागधन्वा) (Tirtha) in Mahabharata (IX.36.29)
History
In Mahabharata
Nagadhanwa (नागधन्वा) (Tirtha) in Mahabharata (IX.36.29)
Shalya Parva, Mahabharata/Book IX Chapter 36 describes Baladeva's journey along the bank of the Sarasvati river. Nagadhanwa (नागधन्वा) (Tirtha) is mentioned in Mahabharata (IX.36.29) [1].... Baladeva then, O king, proceeded along the southern bank of the Sarasvati. The mighty-armed and illustrious Rama of virtuous soul and unfading glory then proceeded to the tirtha called Nagadhanwa.
नागधन्वा
विजयेन्द्र कुमार माथुर[2] ने लेख किया है ...नागधन्वा (AS, p.486): 'धर्मात्मा नागधन्वानं तीर्थमागमदच्युत, यत्र पन्नगराजस्य वासुके: सन्निवेशनम्' महाभारत, शल्यपर्व 37, 30. उपर्युक्त उद्धरण के प्रसंग के अनुसार नागधन्वा की सरस्वती नदी के प्रमुख तटवर्ती तीर्थों में गणना थी। नागधन्वा की यात्रा श्रीकृष्ण के बड़े भाई बलराम ने भी की थी। शंखतीर्थ के उत्तर में नागधन्वा की स्थिति बताई गई है। उपर्युक्त उल्लेख से ज्ञात होता है कि नागधन्वा के निकट नाग लोगों की बस्ती थी। यह तीर्थ दक्षिणी पंजाब या उत्तरी राजस्थान में था।
External links
References
- ↑ गत्वा चैव महाबाहुर नातिथूरं महायशाः, धर्मात्मा नागधन्वानं तीर्दम आगमथ अच्युतः (IX.36.29)
- ↑ Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.486