Naldurg

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(Redirected from Naladurga)
Author:Laxman Burdak, IFS (R)

Osmanabad district map

Naldurg (नालदुर्ग) is a city in Osmanabad district in the Indian state of Maharashtra. Naldurg is located at 17.82°N 76.3°E, 438 km from Mumbai.

Variants

  • Naladurga (नालदुर्ग), जिला उस्मानाबाद, महा., (AS, p.497)

History

Naldurg Fort is a historic fort in Naldurg town of Osmanabad district in Maharashtra state of India. Naldurg fort is named after Nalraja who built the fort in medieval architectural style. The unique feature of the fort is that it encloses a knoll of basalt rock which juts out into the valley of the small Bori River and with a long fortification wall with many bastions.[1]


Naldrug: The fort here is said to have been built originally by a Hindu raja who was a vassal of the Chalukyan kings of Kalyani. It was later included in the possession of the Bahmanis and subsequently was taken over by the Adil Shahi kings of Bijapur. The most interesting building inside the fort is the dam built across the river Bori. The dam and the Pani Mahal ‘ Water-Pavilion ’ which is built underneath in the middle of the dam, were designed by a Persian architect, Mir Md. Imadin, during the reign of Ibrahim Adil Shah II. A Persian inscription on the Mahal, dated 1613 A.D., records these facts. There is another Persian inscription of Ali Adil Shah corresponding to 1560 A.D. fixed on a mosque which mentions the construction of the fortifications and the mosque.[2]

नालदुर्ग

विजयेन्द्र कुमार माथुर[3] ने लेख किया है ...नालदुर्ग(AS, p.497) उसमानाबाद, महाराष्ट्र में स्थित है। यह अपने प्राचीन सुदृढ़ क़िले के लिए विख्यात है। बोरी नदी के एक नाले के निकट मनोहारी प्राकृतिक दृश्यों के बीच यह स्थित है। मीडोज टेलर नामक एक अंग्रेज़ लेखक ने 19वीं शती में इसका वर्णन अपनी पुस्तक ए स्टोरी ऑफ़ माई लाइफ़ में किया था।

14वीं शती से पहले नालदुर्ग एक स्थानीय राजा के अधिकार में था, जो शायद चालुक्यों का सामंत था। कालक्रम में बहमनी और बीजापुर के सुल्तानों का यहाँ अधिकार हुआ। 1558 ई. में अली आदिलशाह द्वितीय ने नालदुर्ग को क़िलाबंदियों से सुदृढ़ करने के अतिरिक्त यहाँ स्थित सेना के लिए जल की व्यवस्था करने के लिए बोरी नदी पर एक बांध भी बनवाया था। बांध तथा पानी महल की रचना एक ईरानी वास्तुविशारद 'मीर इमादीन' ने की थी। इस तथ्य का उल्लेख 1613 ई. के एक अभिलेख में है।

मध्य काल के इस समय मुग़लों की शक्ति बहुत बढ़ गई थी। मुग़ल सम्राट औरंगज़ेब का दक्षिण भारत की रियासतों पर अधिकार होने पर नालदुर्ग भी मुग़ल साम्राज्य में मिला लिया गया।

External links

References