Nanak Chand Badgujar
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Nanak Chand Badgujar (born:6.11.1913) (चौधरी नानकचंद बड़गुजर), from Sagarpur, Ballabhgarh, Faridabad was a social worker, reformer and freedom fighter in Bhiwani, Haryana. [1] . Nihal Singh Takshak was his friend.
जाट जन सेवक
ठाकुर देशराज[2] ने लिखा है ...नानकचंद बड़गुजर - [पृ.514]: श्री नानकचंद जी के पिता का नाम चौधरी नारायणसिंह, गोत्र बडगूजर, जन्म भूमि सागरपुर, तहसील बल्लभगढ़ जिला गुडगांव। जन्म तारीख 6 नवंबर सन् 1913
सुनपेर स्कूल में प्राइमरी पास करके फतेहपुर बिल्लोच से मिडिल पास किया। कुछ महीने पलवल हाई स्कूल में पढ़ें DAV हाई स्कूल दरियागंज दिल्ली से 1935 ई. में
[पृ.515]: द्वितीय श्रेणी में मैट्रिक पास किया। एक वर्ष दिल्ली बैंक की ब्रांच में क्लर्क का काम किया। 15 मार्च सन् 1937 से डालावास स्कूल में सेवा कर रहे हैं।
आप सात भाई हैं। चंदसुख सागरपुर में जमीदारी का काम करते हैं। सोहनलाल बिजलीघर पिलानी में काम करते हैं। शीशराम, हरिदत्त, हरिश्चंद्र पढ़ रहा है DAV हाई स्कूल दिल्ली में। सुरेंद्र संस्कृत पाठशाला गदपुरी में पढ़ रहा है।
आप के 3 पुत्र हैं: राजवीर 8 वर्ष, यशवंत 5 वर्ष और ओमप्रकाश ढाई वर्ष।
आपने डालावास में रहकर शिवरान जाटों को अपने कार्य का क्षेत्र बनाया। मिडिल स्कूल के भवन के लिए आपने अपनी धर्मपत्नी के आभूषण तक लगा दिए। ऋण लेकर के स्कूल में लगाया। लगभग ₹30000 का भवन तैयार कर दिया। आपके प्रयतन से यहां मिडिल स्कूल चल सका। 1 अप्रैल सन् 1942 से आप यहां ग्रामीण निर्धन छात्रों के लिए निशुल्क हाई स्कूल स्थापित करने में लगे हुए हैं।
समाज सुधार का कार्य भी साथ-साथ करते हैं। शराब बंद करने के लिए आपने पंचायतों द्वारा व्यवस्था करवाई है।
जींद राज्य प्रजामंडल में आप आरंभ से ही सहयोग देते रहे हैं। गत उदयपुर अधिवेशन के समय आप पंजाब प्रादेशिक प्रजामंडल के सदस्य चुने हैं। नवंबर से आप अपना सारा वेतन स्कूल में दे रहे हैं और 1 अप्रैल सन 1946 से आपने डालावास हाईस्कूल के लिए अवैतनिक सेवा करने के लिए जीवन दान दे दिया है।
जीवन परिचय
बाहरी कड़ियाँ
संदर्भ
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, 1949, p.514-515
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, 1949, p.514-515
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