Nar Singh Kachhwaha

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लेखक:लक्ष्मण बुरड़क, IFS (R)

Nar Singh Kachhwaha (नरसिंह कछवाह), from ----, Jodhpur, was a social worker in Marwar, Rajasthan. He was a fredom fighter and hero of The Dabra farmers movement-1947 for abolition of Jagirs in Rajasthan. [1]

जाट जन सेवक

ठाकुर देशराज[2] ने लिखा है ....चौधरी श्री नरसिंह कछवाहा प्रधान मारवाड़ किसान सभा - [पृ.220]: चौधरी श्री नरसिंह कछवाहा जोधपुर के प्रतिष्ठित सैनिक क्षत्रिय घराने के हैं। शुरु से ही आपको किसान कौम से अथाह प्रेम था और किसानों की उन्नति के लिए आप घंटो विचार किया करते थे। मारवाड़ किसान सभा का जन्म होने पर आप किसान सभा के मंत्री तदंतर प्रधान चुने गए। इस अरसे में आपने किसान कोम में राजनीतिक जागृति की लहर दौड़ा दी। आपने जगह-जगह किसान सम्मेलन किए और हजारों की संख्या में एकत्रित हुए। किसानों को उनके हक-हकूकों व असलियत का ज्ञान कराया। किसान सम्मेलन के लिए आपको बड़ा से बड़ा त्याग करना पड़ा और डीडवाना के डाबड़ा के सम्मेलन में तो आपके जान के लाले पड़ गए। जुल्मी जागीरदारों के खूनी प्रहार से बुरी तरह घायल होकर आप एक मोटर से जोधपुर अस्पताल ले जाए गए और वहां पर कई दिनों के उपचार के बाद आप ठीक हो पाए। मगर आप अपने उद्देश्य से किंचित ही विचलित नहीं हुये।


[पृ.221]: आपकी सदारत में किसान सभा की रूपरेखा ही पलट गई और आज मारवाड़ किसान सभा की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है। किसान के लिए आपका त्याग सराहनीय है।

गैलरी

बाहरी कड़ियाँ

संदर्भ

  1. Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, 1949, p.220-221
  2. Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, 1949, p.220-221

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