Nihal Singh Sogarwar
Nihal Singh Sogarwar (मुंशी निहालसिंह), from Jaghina (जघीना), Bharatpur was a Social worker in Rajasthan. [1]
जाट जन सेवक
ठाकुर देशराज[2] ने लिखा है ....मुंशी निहालसिंह - [पृ.30]: सोगरियों के बड़े गाँव जघीना में अनेक प्रसिद्ध जाट हुये हैं। गोलखाने के सदावर्त की बात काफी मशहूर है। पदमा के भजन आज भी दूर-दूर तक गए जाते हैं। ठाकुर बीरबलसिंह चौथईया का नाम दूर-दूर तक मशहूर है। आगरा मथुरा के जिलों में बड़े जाटों में उनका दब-दबा था। वे स्वर्ग वासी हो गए और अपने कुँवर महेंद्र सिंह जी को अपनी यादगार छोड़ गए।
उसी जघीना में ठाकुर देशराज के बाल-सखाओं में निहालसिंह भी हैं। आप 1924 से 1927 तक तमाम सुधार कार्यों में ठाकुर देशराज के साथ रहे। फिर बंबई चले गए। आप एक अच्छे कवि हैं। 17.3.1948 को आपको भी काफी चोटें आई थी।
आपके सभी पुत्र आज्ञाकारी और समझदार हैं। उनमें भगवान सिंह रेलवे में मालगाड़ियों के एग्जामिनर हैं।
ठाकुर रामलाल जी भवनपुरा और ठाकुर जंगलियासिंह जी जघीना के दूसरे जाट सेवक हैं जो सभा सोसायटियों के कामों में दिलचस्पी लेते हैं और उनकी उन्नति के लिए परिश्रम भी करते हैं।
जीवन परिचय
गैलरी
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Jat Jan Sewak, p.30
References
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, p.30
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, p.30
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