Prince Choudhary
Author:Ram Lal Jani, Barmer |
Prince Choudhary (Born: 12.02.2002) from Dhorimanna in Rajasthan’s border district of Barmer got the All India Rank 5 in NEET result 2018, which was announced by the Central Board of Secondary Education.
“I was expecting a better AIR in NEET but a wrong answer to a question reduced my score and rank” - Prince
He was born in Dhorimanna village in a Jat family of Kadwasara Gotra.
परिचय
{{#ev:youtube|l6vqebQXru4|300|right|Interview of Prince Choudhary}} कौन है प्रिंस चौधरी
नाम:- प्रिंस कड़वासरा पिता का नाम:- रामाराम चौधरी माता का नाम :- कमला पोटलिया जन्मतिथि 12 फ़रवरी 2002 10वीं 95 % सन् 2016,विजय मेमोरियल स्कूल धोरीमन्ना 12वीं 94 % 2018,विजय मेमोरियल धोरीमन्ना नीट कोचिंग एलेन इंस्टीट्यट कोटा नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस यानी नीट 2018, बाड़मेर के प्रिंस चौधरी ने पांचवां स्थान प्राप्त किया है। प्रिंस ने 720 में से 686 अंक प्राप्त कर ऑल इंडिया 5वां स्थान और ओबीसी वर्ग में पूरे भारत में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। एम्स की परीक्षा में ऑल इंडिया में18वीं और ओबीसी वर्ग में एक बार फिर प्रथम रैंक हासिल की। अब प्रिंस एम्स दिल्ली में एडमिशन लेना चाहते हैं।
बाड़मेर जिले का छोटा सा कस्बा है धोरीमन्ना
बाड़मेर जिले का छोटा सा कस्बा है धोरीमन्ना !
पिछले कुछ सालों से धोरीमना ने हर प्रतियोगिता परीक्षा में अपना परचम लहराया है, RAS, IAS से लेकर तमाम छोटी-बड़ी प्रतियोगिता परीक्षा में धोरीमना के बेटे बेटियों ने टॉप पर अपने झंडे गाड़े हैं। धोरीमन्ना के लाल श्री दूदाराम हुड्डा ने पिछली RAS परीक्षा में राजस्थान में 21 वीं रैंक हासिल की थी।
4 जून 2018 को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस यानी नीट 2018 का परिणाम घोषित किया गया जिसमें बाड़मेर के प्रिंस चौधरी ने पांचवां स्थान प्राप्त किया है। प्रिंस ने 720 में से 686 अंक प्राप्त कर ऑल इंडिया 5वां स्थान और ओबीसी वर्ग में पूरे भारत में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
शिक्षा मनुष्य के अंदर अच्छे विचारों को भरती है और मनुष्य के जीवन का मार्ग प्रशस्त करती है। यह मनुष्य को समाज में प्रतिष्ठित करने का कार्य करती है। इससे मनुष्य के अंदर मनुष्यता आती है। इसके माध्यम से मानव समुदाय में अच्छे संस्कार डालने में पर्याप्त मदद मिलती है।
शिक्षा व्यक्ति को ज्ञानवान बनाती है। विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर सांसारिक एवं आध्यात्मिक ज्ञान से युक्त होता है। इस ज्ञान से उसके व्यक्तित्व का विकास होता है। वह ज्ञान-विज्ञान के उन क्षेत्रों में महारत हासिल करता है जो उसके भावी जीवन को सुख शांति और धन-संपत्ति से भर देता है। वह मानव समाज के लिए ऐसे-ऐसे कार्य करने में सक्षम होता जिससे मानवता समुन्नत होती है....
रोज 6 घंटे की पढ़ाई
- प्रिंस ने बताया कि वे नीट की तैयारी के लिए दिन में करीब 6 घंटे पढ़ा करते हैं। इसके साथ उन्होंने एक रूल हमेशा फॉलो किया। जिसमें उन्हें रोज जो सिखाया जाता वो उसका रिविजन रोज किया करते थे। कभी अगले दिन के लिए नहीं टालते थे।
- इसके आगे प्रिंस ने कहा कि 5वीं रैंक बनने की खुशी तो है, लेकिन अगर एक सवाल सही हो जाता तो दूसरी रैंक बन जाती।
पिता गांव में चलाते हैं मेडिकल स्टोर
- बता दें की प्रिंस राजस्थान के बाड़मेर शहर के पास एक छोटे से गांव धोरीमन्ना के रहने वाले हैं। प्रिंस के पिता रामाराम चौधरी मेडिकल स्टोर चलाते हैं। वहीं मां कमला देवी हाउसवाइफ हैं। इसके साथ उनकी एक 8 साल की बहन सिमरन भी है। उन्होंने बताया कि वे पिछले 2 साल से कोटा में है।
एम्स दिल्ली में लेना चाहते हैं एडमिशन
बता दें कि प्रिंस ने नीट एग्जाम में 99.999606 पर्सेंटाइल हासिल की है। एम्स की परीक्षा में ऑल इंडिया में18वीं और ओबीसी वर्ग में एक बार फिर प्रथम रैंक हासिल की। अब प्रिंस एम्स दिल्ली में एडमिशन लेना चाहते हैं।
ऑल इंडिया नीट परीक्षा 2018 में चयनित एवं संपूर्ण भारतवर्ष में सामान्य वर्ग में पांचवी रैंक एवं ओबीसी वर्ग में संपूर्ण भारत में प्रथम रैंक पर आने वाले प्रिंस कड़वासरा को पूर्व राजस्व मंत्री हेमाराम जी चौधरी ने उनके निवास धोरीमन्ना पहुंचकर बधाई दी एवं प्रिंस की सफलता पर खुशी जाहिर की.