Raj Singh Malik
Raj Singh Malik (Sepoy) (12.06.1975 - 06.07.1999) was from village Khangwali in Bulandshahr tahsil and district of Uttar Pradesh. He became Martyr of Kargil war at Mashkoh on 06 July 1999. Unit-17 Jat Regiment.
सिपाही राज सिंह मलिक
सिपाही राज सिंह मलिक
12-06-1975 - 06-07-1999
नं. - 3186596K
Mention - in - Despatches
वीरांगना - श्रीमती मुनकेश देवी
यूनिट - 17 जाट रेजिमेंट
मश्कोह की लड़ाई
ऑपरेशन विजय
कारगिल युद्ध 1999
सिपाही राज सिंह का जन्म 12 जून 1975 को उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर जिले की बुलंदशहर तहसील के खंगावली गांव में श्री चंदन सिंह मलिक एवं श्रीमती उम्मेद कौर के परिवार में हुआ था। शिक्षा पूर्ण करने के पश्चात 1 अक्टूबर 1993 को वह भारतीय सेना की जाट रेजिमेंट में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे। प्रारंभिक प्रशिक्षण के पश्चात उन्हें 17 जाट बटालियन में नियुक्त किया गया था।
ऑपरेशन विजय में, 6 जुलाई 1999 को सिपाही राज सिंह चार्ली कंपनी की 4 प्लाटून के अग्रणी सैनिक थे। शत्रु की भारी गोलीबारी में भी उन्होंने प्लाटून को लक्ष्य की और निर्देशित किया और हथगोला फेंककर एक शत्रु बंकर नष्ट कर दिया। इसके पश्चात वह पहले सैनिक थे जिन्होंने पलटवार के लिए ध्यान केन्द्रित कर रहे शत्रु का पता लगाया और उससे लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए।
11 जुलाई 1999 को उनका पार्थिव शरीर गांव पहुंचा और पूर्ण सैन्य व राजकीय सम्मान से उनका अंतिम संस्कार किया गया
सिपाही राज सिंह मलिक के बलिदान को भारत में युगों - युगों तक स्मरण किया जाएगा।
शहीद को सम्मान
स्रोत
चित्र गैलरी
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External links
References
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