Rajendra Singh Beniwal
Rajendra Singh Beniwal (Naik) was awarded Kirti Chakra for his act of bravery in fighting with militants in Baramulla district of Jammu and Kashmir. He is from Dhangar village in Fatehabad tahsil and district in Haryana. Unit - 2 Rajrif
नायक राजेंद्र सिंह बेनीवाल
नायक राजेंद्र सिंह बेनीवाल
यूनिट - 2 राजपुताना राइफल्स
आतंकवाद विरोधी अभियान
नायक राजेंद्र सिंह का जन्म श्री प्रताप सिंह बेनीवाल एवं श्रीमती किताबो देवी के परिवार में हुआ। वह हरियाणा के फतेहाबाद जिले के धांगड़ गांव के निवासी हैं और भारतीय सेना की राजपुताना राइफल्स रेजिमेंट की 2 बटालियन में सेवारत हैं। वर्ष 2010 में वह जम्मू-कश्मीर में तैनात थे।
29 अगस्त 2010 को अपरान्ह 2:30 बजे बारामूला जिले के एक गांव में अन्वेषण के समय आतंकवादियों द्वारा स्काउट्स पर फायरिंग की गई। नायक राजेंद्र सिंह ने अन्य स्काउट्स के साथ मिलकर प्रत्युत्तर में प्रभावी फायरिंग की, आतंकवादियों को दबा दिया और उनके भागने का मार्ग काट दिया। मुठभेड़ में, उन्होंने भागने का प्रयास कर रहे एक आतंकवादी को मार दिया।
आगामी मुठभेड़ में रह-रहकर फायरिंग होती रही और सैनिकों को निकट आने से रोकने के लिए गुफा के भीतर छिपे आतंकवादी हथगोले फेंकते रहे। भीषण फायरिंग के बीच नायक राजेंद्र सिंह रेंगते हुए गुफा की ओर बढ़े और अपनी राइफल की एक संपूर्ण मैगजीन गुफा में फायर कर दी। भीतर से आतंकवादियों ने उन पर हथगोले फेंके। अपनी चतुर सूझबूझ और तीव्र प्रतिक्रिया का परिचय देते हुए चट्टान की आड़ लेकर उन्होंने हथगोले के छर्रों से स्वयं की रक्षा की।
30 अगस्त 2010 की प्रातः जब रह-रहकर फायरिंग आरंभ हुई, तो आतंकवादियों से संघर्ष करने के लिए गुफा की ओर रेंगने के लिए वह स्वेच्छा से पुनः आगे आए। वे रेंगते हुए गुफा के द्वार तक पहुंचे और आतंकवादियों पर प्रभावी फायरिंग की और उन्हें मार दिया, इसके पश्चात गुफा के भीतर से रह-रहकर हो रही फायरिंग शांत हो गई। इस मुठभेड़ में कुल दस आतंकवादी मारे गए थे।
नायक राजिंदर सिंह ने आतकंवादियों की फायरिंग में अदम्य साहस, विशिष्ट वीरता और कर्तव्य से परे निस्वार्थता का परिचय दिया। 18 मार्च 2011 को उन्हें महामहिम राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल द्वारा "कीर्ति चक्र" से सम्मानित किया गया।
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स्रोत
संदर्भ
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