Ram Singh Khuntel
Ram Singh Khuntel (ठाकुर रामसिंह खूंटेल), Penghor (पेंघोर) (बास दांदू),Nadbai, Bharatpur was a Social worker in Bharatpur, Rajasthan.[1]
जाट जन सेवक
ठाकुर देशराज[2] ने लिखा है ....ठाकुर रामसिंह खूंटेल - [पृ.55]: पेंघोर में बास दांदू के ठाकुर रामसिंह काफी समझदार इंसान हैं। आपके एक भतीजे कुँवर दामोदर सिंह
[पृ.56]: कस्टम इंस्पेक्टर हैं। दूसरे लड़के पढ़ रहे हैं। आपके भाई विपती सिंह 11.4.1948 को किसान आंदोलन के सिलसिले में जत्थेदार की हैसियत से जेल यात्रा की है। यह कहा जा सकता है कि इस वर्ष (सन 1948) के किसान आंदोलन में जितना घाटा ठाकुर रामसिंह खूंटेल को पड़ा है उतना शायद किसी देहाती किसान लीडर को न पड़ा हो। आपके परिवार के सारे पुरुष सदस्य जेल में ठूंस दिये गए और कुँवर दामोदरसिंह को मअत्तिल कर दिया गया। चौबे जुगल किशोर शिक्षा मंत्री से, जो खूंटेला के पुरोहित भी हैं, जब यह कहा गया कि ठाकुर रामसिंह का क्या दोष है जो उनको तबाह करने की कोशिश की जा रही है। तो उन्होने जबाव दिया कि उन्होने हमारी पुलिस का सामना किया। इन भले आदमियों से यह कौन कहे कि पुलिस का सामना करने का दंड तो तुम दे रहे हो किन्तु इन्होने जो तुम्हारी मदद खाना खिलाकर, ठंडाई पिलाकर और चंदा देकर पूरे 7 साल तक की उसका उन्हें क्या इनाम दिया गया ? खैर ठाकुर रामसिंह एक मजबूत और खरे आदमी हैं !
जीवन परिचय
गैलरी
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Jat Jan Sewak, p.55
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Jat Jan Sewak, p.56
संदर्भ
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, p.55-56
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, p.55-56
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