Ramaparvata
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Ramaparvata (रामपर्वत) refers to name of a mountain mentioned in Mahabharata, which was conquered by Sahadeva during his victory march.
Origin
Variants
- Rama Parvata (रामपर्वत) (AS, p.790)
History
In Mahabharata
Ramaka (रामक) (Mountain) in Mahabharata (II.28.46)
Sabha Parva, Mahabharata/Book II Chapter 28 mentions Sahadeva's victory march towards south: kings and tribes defeated. Ramaka (रामक) (Mountain) is mentioned in Mahabharata (II.28.46). [1]....and the whole of the Cole mountains (Kolla-giri), and also Surabhipatana (Murchipattana), and the island called the Copper island (Tamradvipa), and the mountain called Ramaka.
रामपर्वत
राम पर्वत (AS, p.790) का उल्लेख महाभारत, सभापर्व में हुआ है- 'कृत्सनं कोलगिरि चैव सुरभीपत्तनं तथा, द्वीपं ताभ्राह्वयं चैव पर्वतं रामकं तथा।' महाभारत, सभापर्व 31, 68. इस स्थान को पाण्डव सहदेव ने दक्षिण की दिग्विजय यात्रा में विजित किया था। महाभारत के उपरोक्त प्रसंग से यह स्थान रामेश्वरम् की पहाड़ी [p.791]: जान पड़ता है। इसका अभिज्ञान लंका में स्थित बौद्ध तीर्थ 'सुमनकूट' या 'आदम की चोटी' (Adam's Peak) से भी किया जा सकता है। प्राचीन किंवदंती के अनुसार इस पहाड़ी पर जो चरणचिन्ह बने हैं, वे भगवान राम के हैं। वे समुद्र पार करने के पश्चात् लंका में इसी पहाड़ी के पास पहुचे थे और उनके पावन चरण चिन्ह इस पहाड़ी की भूमि पर अंकित हो गये थे। बाद में बौद्धों ने इन्हें महात्मा बुद्ध के और ईसाईयों ने आदम के चरणचिन्ह मान लिया।[2]
रामक
रामक (AS, p.787): रामक नामक एक पर्वत का उल्लेख महाभारत, सभापर्व 31, 68 में हुआ है- 'कृत्स्नं कोलगिरिं चैव सुरभीपत्तनं तथा, द्वीपं ताम्राह्वयं चैव पर्वतं रामकं तथा'। यह शायद रामेश्वरम् की पहाड़ी है। यह स्थान लंका में स्थित 'एडम्स पीक' (Adam's Peak) भी हो सकता है। इसे बौद्धों ने 'सुमनकूट' नाम दिया था। (दे. रामपर्वत) [3]
External links
References
- ↑ द्वीपं ताम्राह्वयं चैव पर्वतं रामकं तदा, तिमिङ्गिलं च नृपतिं वशे चक्रे महामतिः (II.28.46)
- ↑ Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.790
- ↑ Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.787