Sabha Kaur
Sabha Kaur was the daughter of Malik Jats and bahu of Ahlawats, who opposed the inhuman traditions of Nawabs of Kalanaur. She is said to be the cause of rebellion against the Nawab which led to the destruction of the latter. (Jat Samaj:11/2013,p.23)
इतिहास
वीरांगना समाकौर - मलिक जाटों की बेटी तथा अहलावत जाटों की बहू, जिसने कलानौर नवाब की गलत प्रथाओं को मानने से इनकार किया तथा नवाब और उसके परिवार के अन्त का कारण बनी। नोट - इस कुप्रथा के बारे में लोगों ने बहुत अनाप-शनाप लिखा ह। इसे ‘कलानौर का कोला पूजा प्रथा’ कहा जाता था। कोला का अर्थ है मुख्य दरवाजे के दोनों तरफ के हिस्से, जिसको वहां से गुजरनेवाली नई नवेली दुल्हन को नवाब की कोठी (गढ़ी) के दरवाजे के साथ दीपक जलाकर साथ पतासे रखकर दोनों तरफ कोलों पर पानी के छीटें मारकर पूजा करनी पड़ती थी। इसके अलावा जो बतलाते हैं कोरी बकवास है जिसके प्रमाण हैं। चौधरी सूरजमल सांगवान ने भी इसका पूरा सच्चा वर्णन अपनी पुस्तक ‘किसान संघर्ष और विद्रोह’ में किया है।[1]
External links
References
- ↑ Asli Lutere Koun/Part-I,p.74
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