Sachyee Mata

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The kuldevi of Panwar dynasty was Mahakali. One daughter of king Uplasee Panwar become famous in the name of Sachyee Mata. She was considered as incarnation of Mahakali. The temple of Sachyee Mata is located in Osian town of Jodhpur. Historical records also state that the temple of Sachyee Mata was constructed by the rulers of Panwar dynasty in the 9th to 10th century A.D. The father of saainnath was also king Uplasee panwar. Therefore, Sachyee Mata is said to be the kuldevi of saain(सांई) jats.

सच्चियाय ( सच्चिवाय ) माता का भव्य मंदिर जोधपुर से लगभग 60 कि. मी. की दूरी पर ओसियॉ में स्थित है। इसीलिये इनको ओसियॉ माता भी कहा जाता है। ओसियॉ पुरातत्विक महत्व का एक प्राचीन नगर है।

ओसियॉ शहर कला का एक महत्वपूर्ण केन्द्र होने के साथ ही धार्मिक महत्व का क्षेत्र रहा है। यहॉ पर 8 वीं 12 वीं शताब्दी के कालात्मक मंदिर (ब्राह्मण एवं जैन) और उत्कृष्ट मूर्तियॉ विराजमान है। पंवारो के अलावा यह ओसवालो की भी कुलदेवी है ओसियॉ के पहाडी पर अवस्थित मंदिर परिसर में सर्वाधिक लोकप्रिय और प्रसिद्द सच्चियाय माता का मंदिर 10 वीं शताब्दी के आसपास बना यह भव्य और विशाल मंदिर महिषमर्दिनी ( दुर्गा) को समर्पित है। उपलब्ध साक्ष्यो से पता चलता है कि उस युग में जैन धर्मावलम्बी भी देवी चण्डिका अथवा महिषमर्दिनी की पूजा - अर्चना करने लगे थे, तथा उन्होने उसे प्रतिरक्षक देवी के रूप में स्वीकार किया था। परंतु उन्होने देवी के उग्र रूप या हिंसक के बजाय उसके ललित एवं शांत स्वरूप की पूजा अर्चना की। अत: उन्होने माँ चामुण्डा देवी के बजाय सच्चियाय माता ( सच्चिका माता ) नाम दिया था। सच्चियाय माता श्वेताम्बर जैन सम्प्रदाय के ओसवाल समाज के साथ पंवारो की ईष्टदेवी या कुलदेवी है। सच्चियाय माता के मंदिर के गर्भगृह के बाहर की एक अभिलेख उत्कीर्ण है जिसमें 1234 (1178 ई. ) का लेख जिसमें सच्चियाय माता मंदिर में चण्डिका, शीतला माता, सच्चियाय, क्षेमकरी, आदि देवियो और क्षेत्रपाल की प्रतिमाएँ प्रतिष्ठापित किये जाने का उल्लेख हुआ है।


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