Sant Sukhdas Baba

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संत बाबा सुखदास जी (खीचड़)
संत बाबा सुखदास जी (खीचड़) की मूर्ति

Sant Sukhdas Baba (Khichar) was born in village Kirdoli of Dhod tahsil in Sikar district Rajasthan.

लघु जीवनी महापुरुष सन्त,सुखदास बाबा (खीचड़)

सन्त जी का नाम सुखदेवा राम खीचड था. इनका जन्म श्री देदाराम जी खीचड, गाँव किरडोली, तहसील लक्षमनगढ ,जिला सीकर, राजस्थान में के घर हुआ. बाबा जी चार भाई थे. 1. नोपाराम, 2. सुखदेवाराम(सन्त), 3. डालुराम, 4. नारायणाराम.

बाबा जी का सुसराल थोरी गोत्र गाँव बाजडोली में था. बाबा जी के तीन सन्तान हुई. एक बेटा और दो बेटियाँ हुई. बेटे का नाम किसनाराम था. बेटियाँ की सुसराल, 1.सालासर 2.सुटोद है. किसना राम जी के दो बेटा व दो बेटियाँ है. बाबा जी का मन संत सवभाव व धरम रुची से था. वे अपने घर का जीवन यापन ऊंटों के टोले रख कर किया करते थे. अपने सवभाव से धीरे-धीरे ऊटो को दूर दूर जगंलो मे रखते , व घर से विमुख होकर , आस पास के गावो व जहाँ उनको अच्छा लगता, भक्त भाव में लग जाते. इस भकती के कारण व देवीय आशीर्वाद से उनके द्वारा लोगों को दिये वचन पूरे होने से उनकी ख्याती दूर-दूर गाँव के खीचड परिवार व दूसरे समाज में भी, जहाँ जहाँ वो विचरण करते, होने लगी. उनके अनेक गाँव में धुणे है,जहाँ उन्होने भकती की थी. उनकी समाधी व मुख्य धुणा सीकर शहर, राजस्थान मे है. सुखदास बाबा के मन्दिर बहुत सारे गाँव में है. लगभग दर्जन से ऊपर है. मुख्य मन्दिर किरडोली व गोकुलपुरा में हैं,जहाँ आपने भक्त ई करते हुए अधिक समय बिताया. इनके चेले का नाम तना दास है. चेले तना दास जी (जागीड) की समाधी गाँव बिनजयासी मे है. तना दास जी का जन्म खाती (सुथार)परिवार में हुआ था.

बाहरी कड़ियाँ

संदर्भ