Surovanam
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Surovanam (सुरोवनम्) is famous for Shabari Ashrama located near Kishkindha. There is a statue of Shabari situated in Rama-Laxmana Temple.
Origin
Variants
- Shabari-Ashrama शबरी-आश्रम दे. Surovanam सुरोवनम , Pampasara पंपासर (AS, p.898)
- Surovanam सुरोवनम् (AS, p.978)
History
सुरोवनम्
विजयेन्द्र कुमार माथुर[1] ने लेख किया है ...सुरोवनम् (AS, p.978): किष्किन्धा के निकट शबरी के आश्रम के रूप में यह स्थान प्रसिद्ध है. यहां श्रीराम-लक्ष्मण के मंदिर में शबरी की मूर्ति भी स्थित है (देखें किष्किंधा; सबरीमलाई). शबरी का आश्रम पंपासरोवर के निकट था (शबरी के आश्रम का वाल्मीकि रामायण में जो लेख है उसके लिए देखें पंपसर). अध्यात्म रामायण में शबरी और राम के मिलन की कथा अरण्यकांड, दशम स्वर्ग में सविस्तार दी हुई है जिसका कुछ इस प्रकार है-- 'त्यक्त्वा तद्विपिनं घोरं सिंहव्याघ्रादिदूषितम्। शनैरथाश्रमपदं शबर्या रघुनन्दनः। शबरी राममालोक्य लक्ष्मणेन समन्वितम्। आयान्तमाराद्धर्षेण प्रत्युत्थायाचिरेण सा। सम्पूज्य विधिवद्रामं ससौमित्रिं सपर्यया। सङ्गृहीतानि दिव्यानि रामार्थं शबरी मुदा। फलान्यमृतकल्पानि ददौ रामाय भक्तितः। पादौ सम्पूज्य कुसुमैः सुगन्धैः सानुलेपनैः। अरण्यकांड 10,4-5-8-9. तुलसीदास रामचरितमानस, अरण्यकांड में लिखते हैं- 'ताहि देई गति राम उदारा, शबरी के आश्रम पगुधारा। शबरी देख राम गृह आए, मुनि के वचन समुझि जिय भाए। सरसिज लोचन बाहु विशाला, जटा-मुकुट सिर उर बन माला। कंद मूल फल सुरस अति, दिए राम कहु आनि, प्रेम सहित प्रभु खाए हाय बारंबार बखानि।'.