Shalmali

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(Redirected from Shalmali Dwipa)
Author:Laxman Burdak, IFS (R)

Shalmali (शाल्मली) is name of a place mentioned by Panini in Ashtadhyayi under Kumudadi (कुमुदादि) (4.2.80.17) group. [1] Shalmala (शल्मल) is a king mentioned in Mahabharata verse (I.89.45).

Variants

Mention by Panini

Shalmali (शाल्मली) is name of a place mentioned by Panini in Ashtadhyayi under Kumudadi (कुमुदादि) (4.2.80.17) group. [2]


Shalmali (शाल्मलि) is name of a place mentioned by Panini in Ashtadhyayi under Varanadi (वरणादि) (4.2.82) group. [3]


Shalmali (शाल्मली) is mentioned by Panini in Ashtadhyayi. [4]

Jat clans

History

शाल्मल द्वीप

शाल्मल द्वीप (AS, p.896): शाल्मल द्वीप पौराणिक भूगोल की संकल्पना के अनुसार पृथ्वी के सप्तद्वीपों में से एक है। विष्णु पुराण के अनुसार - 'जम्बूप्लक्षाहृदयौ द्वीपौ शाल्मलश्चापरो द्विज, कुश: क्रौंचस्तथा शाक: पुष्करश्चैव सप्तम:। विष्णु पुराण 2,2,5.

शाल्मल द्वीप के सात वर्ष - श्वेत, हरित, जीमूत, रोहित, वैद्युत, मानस और सुप्रभ माने गये हैं। इक्षुरस का समुद्र इसको परिवृत करता है। - शाल्मलेन समुद्रौऽसौ द्वीपनेक्षुरसोदक:' विष्णु पुराण 2,4,24।

इसके सात पर्वत हैं - कुमुद, उन्नत, बलाहक, द्रोणाचल, कंक, महिष, कुकुद्मान

इस की सात नदियाँ, जिनके नाम हैं- योनि, तोया, वितृष्णा, चंद्रा, मुक्ता, विमोचनी और निवृति

इसमें कपिल, अरुण, पीत और कृष्ण वर्ण के लोग रहते हैं। - 'कपिलाश्चारुणा: पीता: कृष्णाश्चैव पृथक् पृथक'विष्णु पुराण 2,4,30।

शाल्मलि के एक महान् वृक्ष के यहाँ स्थित होने के कारण इस महाद्वीप को शाल्मल कहा जाता है - 'शाल्मलि: सुमहान वृक्षो नाम्ना निवृतिकारक:' विष्णु पुराण 2,4,33।

शाल्मल को महाभारत भीष्मपर्व 11,3 में शाल्मलि कहा गया है - 'शाल्मलिं चैव तत्वेन क्रौंच्द्वीपं तथैव च।

श्री नंदलाल डे के अनुसार यह असीरिया या चाल्डिया है।

सुप्रभ

सुप्रभ (AS, p.975): विष्णु पुराण 2,4,29 के अनुसार शाल्मलद्वीप का एक भाग या वर्ष जो इस महाद्वीप के राजा वपुष्मान् के पुत्र सुप्रभ के नाम पर प्रसिद्ध है. [5]

हरित

हरित (AS, p.1009): विष्णु पुराण 2,4,29 के अनुसार शाल्मलद्वीप का एक भाग या वर्ष जो इस महाद्वीप के राजा वपुष्मान् के पुत्र हरित के नाम पर प्रसिद्ध है. [6]

In Mahabharata

Adi Parva, Mahabharata/Book I Chapter 89 gives History of Puru and Pandavas (Aila dynasty). Shalmala (शल्मल) is mentioned in verse (I.89.45). [7]...Abhishvata begat Parikshit the powerful, Shavalashva, Abhiraja, Viraja, Shalmala of great physical strength, Uchaihsravas, Bhadrakara and Jitari the eighth.

References

  1. V. S. Agrawala: India as Known to Panini, 1953, p.503
  2. V. S. Agrawala: India as Known to Panini, 1953, p.503
  3. V. S. Agrawala: India as Known to Panini, 1953, p.506
  4. V. S. Agrawala: India as Known to Panini, 1953, p.213
  5. Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.975
  6. Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.1009
  7. अभिष्वतः परिक्षित तु शबलाश्वश च वीर्यवान, अभिराजॊ विराजश च शल्मलश च महाबलः (I.89.45)