Birbal Singh Kaswan
Author: Laxman Burdak, IFS (R) |
Birbal Singh Kaswan (born:1880-) from village Utradabas (Bhadra), district Hanumangarh was a social worker and leading Freedom fighter who took part in Shekhawati farmers movement in Rajasthan. [1]
His father Jiram Kaswan was also associated with Shekhawati farmers movement.
जाट जन सेवक
ठाकुर देशराज[2] ने लिखा है ....सूबेदार बीरबलसिंह: [पृ.141]: हम वर्षों से उन्हें इसी नाम से जानते हैं। अब तो उन्हें आनरेरी सेकेंड लेफ्टिनेंट का रैंक और मिल गया है। आप भादरा तहसील के उत्तराधाबास के चौधरी जीराम जी के सुपुत्र हैं। आपने सन् 1910 (?) मैं फौज में जाकर देश-विदेश की शहर की और वहीं से सन् 1922 में आर्य समाज खयालात को ले लेकर लौटे। तब से आप अपनी कौम की शिक्षा और समाज
[p.142]: सुधार संबंधी बातों में बराबर दिलचस्पी लेते हैं। 1925 में आपने भादरा जाट बोर्डिंग हाउस की नींव डाली।
जाट इतिहास लिखते समय मुझे उन्होंने बीकानेर के जाट इतिहास के बारे में काफी बातें बताई जो किसी किताब में नहीं थी। आपने अपने गांव में सन् 1917 से एक पाठशाला चला रखी है।
वह बीकानेर के पुराने जाट सेवकों में से एक हैं और उनकी काफी प्रतिष्ठा है। जाट महासभा के लोग भी उन्हें सदैव इज्जत की निगाह से याद करते हैं। उन्होंने भादरा जाट हाउस को तो काफी मदद दी। जाट हाई स्कूल संगरिया को भी पूर्ण सहयोग दियाहै।
उनका अच्छा स्वास्थ्य और सीधा स्वभाव तथा शारीरिक स्वच्छता उनके विशेष गुण हैं। उनका संवत 1935 विक्रम में भादो सुदी 14 को जन्म हुआ था। आप कसवां गोत्र के जाट हैं। आपके दो पुत्र हैं - 1. श्री गिरधर सिंह, आजकल तहसीलदार हैं। और 2. यज्ञदेवजी, तहसीलदार हैं। पोते प्रताप सिंह व बलवीर सिंह कॉलेज में शिक्षा पाते हैं।
External links
Gallery
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Jat Jan Sewak, p.141
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Jat Jan Sewak, p.142
References
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, 1949, p.141-142
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, 1949, p.141-142
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