Suman Kundu

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Suman Kundu

Suman Kundu (सुमन कुंडू) (b. 28 August 1986) is an Indian wrestler from village Kalwa (कालवा) in Safidon tahsil in Jind district of Haryana. Suman Kundu won the bronze in the freestyle 63kg category at the Commonwealth Games 2010 in Delhi. She defeated South African wrestler Zumicke Geringer 9-2.

Delhi Common Wealth Games 2010

Suman Kundu won the bronze in the freestyle 63kg category at the Commonwealth Games 2010 at Delhi. She defeated South African wrestler Zumicke Geringer 9-2. [1]

Her family

Suman Kundu was born on 28 August 1986 in the family of Shri Ramphal Kundu and Smt Birmati.

Suman Kundu's family illustrates the immense hardships of preparing a young Haryanvi woman of humble origins to wrestle at the international level. Kundu is a bronze medallist in the Delhi Games and will compete in the Asian Games as well. Her family does not own a television, refrigerator, cooler, or a sofa. They were never able to get rich. They never felt able to buy anything that was not absolutely essential.

The family's combined earnings were pumped into paying for Suman's coaching. Her father, Ramphal, says, "In 2004, she expressed a desire to go to Rohtak for training. I sent her there to stay with my sister." [2]

कालवा की सुमन कुण्डु द्वारा कुश्ती मे कांस्य पदक

दिल्ली मे आयोजित राष्ट्रमण्डल खेलों मे आज उपमण्डल सफीदों के गांव कालवा की सुमन कुण्डु द्वारा 63 किलो वजन की कुश्ती प्रतियोगिता मे कांस्य पदक झटक लिए जाने के बाद से केवल कालवा ही नहीं बल्कि सफीदों क्षेत्र भर मे खुशी का माहौल थी।

आज देर सांय इस जीत की सूचना पाकर नगर मे भी अनेक उन क्षेत्र व खेल प्रेमियों ने लड्डू बांटे जिनका सुमन से कोई सम्बंध नही। रोहतक मे होम्योपैथिक विभाग के डिस्पैंसर अजीतसिंह ने बताया कि वहां भी बहुत लोग सुमन की जीत खुशी मना रहे हैं।जीत का समाचार दिल्ली से फोन पर पाकर सुमन के घर पर आज सांय बधाई देने वालों का तांता लग गया।

उपमण्डल सफीदों के गांव कालवा मे बीरमती व रामफल कुण्डु के घर 28 अगस्त 1986 को जन्मी सुमन, उसके परिजनों के अनुसार अपने वर्ग की महिला कुश्ती मे 6 बार भारतकेसरी हासिल कर चुकी है। आज उसकी कुश्ती के कारण उसके पिता व भाई प्रदीप दिल्ली मे ही थे। गांव मे उनके घर दूसरे परिजनों ने बताया कि वर्ष 2002 मे जिला रोहतक के मुडलाना गांव मे महिला कुश्ती का दंगल आयोजित किया गया था जिसे देखकर सुमन की बांहें फड़कने लगी थी। उनके अनुसार वर्ष 2004 मे सुमन ने कजाकिस्तान मे आयोजित महिला कुश्ती की एशिया चैम्पियनशिप मे स्वर्णपदक जीता और वर्ष 2005 मे जापान मे आयोजित महिला कुश्ती चैम्पियनशिप मे रजत पदक लिया। सुमन ने दसवीं कक्षा तक की पढाई अपने गांव के राजकीय कन्या हाई स्कूल मे ही की और आजकल वह रोहतक के महारानी किशोरी कालेज मे बी.ए. तृतीय वर्ष की छात्रा बताई गई है।

उसके ईकलौते भाई प्रदीप ने दिल्ली से बताया कि सुमन ने आज दक्षिण अफ्रीका को चित करके यह पदक अपने देश के लिए जीता है और इस पद तक पहुंचने के लिए वह आस्ट्रेलिया स्काटलैंड को भी चित्त कर चुकी है। छोटे किसान के घर से उठी सुमन की खेलकूद उपलब्धियां आज उसके परिजनों की अपार खुशी का कारण बनी है। उसकी माता बीरमती व उसके घर जश्र मनाने पहुंचे कई रिश्तेदारों ने बताया कि आज उन्हें खुशी के मारे नींद नही आएगी।[3]

सुमन का महिला कुश्ती में भारत केसरी खिताब पर कब्जा

रोहतक, 11 अप्रैल (निस)। रोहतक की सुमन कुंडू ने हाल ही में पंजाब में आयोजित हुई महिला कुश्ती प्रतियोगिता में भारत केसरी के खिताब पर कब्जा कर अपना लोहा मनवाया है। जिसका आज रोहतक पहुंचने पर दूसरे खिलाडिय़ों एवं कोच द्वारा जोरदार स्वागत किया गया। सुमन कुंडू ने बताया कि वह अन्तर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर पर कई बार गोल्ड मैडल जीत चुकी है और अब उनका लक्ष्य कॉमनवैल्थ खेलों में गोल्ड जीतना है जिसके लिए तैयारी पूरी हैं। वहीं कोच ईश्चर सिंह का कहना है कि हमें काफी खुशी हुई है कि सुमन ने भारत केसरी का खिताफ हासिल किया है जिसका आज रोहतक में पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया है। उन्होंने बताया कि इस महिला खिलाड़ी में काफी प्रतिभा है और अपनी इस प्रतिभा के चलते इसने अन्र्तराष्ट्रीय स्तर पर काफी मैडल हासिल किए हैं और अब यह कॉमनवैल्थ के लिए पूरी तरह से तैयार है और हमें पूरा विश्वास है कि यह महिला खिलाड़ी अब की बार ओलंपिक खेल मे भारत को कुश्ती में गोल्ड मैडल दिलवायेगी।[4]

हरियाणा राज्‍य के जिंद की रहने वाली सुमन कुंडू ने के 63 किलो वर्ग में कांस्‍य पदक जीत लिया है। सुमन ने तीनों राउंड में बढ़त बनाए रखी और अंतिम राउंड में विरोधी पहलवान को गदा लोड पटकी देकर इस रोमांचक मैच को जीत लिया। [5]

External links

References


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