Hema Ram Siyag: Difference between revisions

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आपने मिडिल तक माडपुरा बरवाला  तथा हायर सेकंडरी बाड़मेर  से  शिक्षा प्राप्त की. इनके पिता उस समय आर.ए.सी. जोधपुर में पदस्थ थे.  
आपने मिडिल तक माडपुरा बरवाला  तथा हायर सेकंडरी बाड़मेर  से  शिक्षा प्राप्त की. इनके पिता उस समय आर.ए.सी. जोधपुर में पदस्थ थे.  


'''28 जून 1987'''  में भारतीय सेना में 4 ग्रेनेडियर्स  में बतौर सिपाही चयन हुआ. आप  पदोन्नत होकर हवाल दार बन गए.  
'''28 जून 1987'''  में भारतीय सेना में 4 ग्रेनेडियर्स  में बतौर सिपाही चयन हुआ. आप  पदोन्नत होकर हवलदार बन गए.  


'''31  मई 1991'''  में आपकी शादी बायतू की कमला चौधरी के साथ हुई. जम्मू कश्मीर  क्षेत्र में सीमा सुरक्षा हेतु तैनात किया गया. उस समय  पाक समर्थित उग्रवादियों को मौत के घाट उतारा लेकिन संघर्ष में हाथ में गोली लगने से घायल हो गए. सरकार ने उन्हें 10000  रु. का नकद इनाम देकर सम्मानित किया. सीमा चौकसी में सदैव सतर्क एवं सावधान रहने वाले हेमाराम सियाग पूंछ जिले के उग्रवादी ठिकानों पर धावा बोलने सैनिकों के साथ जा रहे थे कि '''15  जून 2001'''  को इनका वहां दुर्घटनाग्रस्त हो गया और उनकी वहीं मृत्यु हो गयी.  
'''31  मई 1991'''  में आपकी शादी [[Baytoo|बायतू]] की कमला चौधरी के साथ हुई. जम्मू-कश्मीर  क्षेत्र में सीमा सुरक्षा हेतु तैनात किया गया. उस समय  पाक समर्थित उग्रवादियों को मौत के घाट उतारा लेकिन संघर्ष में हाथ में गोली लगने से घायल हो गए. सरकार ने उन्हें 10000  रु. का नकद इनाम देकर सम्मानित किया. सीमा चौकसी में सदैव सतर्क एवं सावधान रहने वाले हेमाराम सियाग पूंछ जिले के उग्रवादी ठिकानों पर धावा बोलने सैनिकों के साथ जा रहे थे कि '''15  जून 2001'''  को इनका वहां दुर्घटनाग्रस्त हो गया और उनकी वहीं मृत्यु हो गयी.  


'''21 जून 2001'''  को पूर्ण सैनिक सम्मान के साथ उनका  अंतिम संस्कार [[Madpura Barwala|माडपुरा बरवाला]] में किया गया .   
'''21 जून 2001'''  को पूर्ण सैनिक सम्मान के साथ उनका  अंतिम संस्कार [[Madpura Barwala|माडपुरा बरवाला]] में किया गया .   

Revision as of 12:38, 22 January 2022

हेमाराम सियाग

हेमाराम सियाग (1977-1996) (Hema Ram Siyag) का जन्म राजस्थान के बाड़मेर जिले की Baytoo तहसील के माडपुरा बरवाला गाँव में 15 मई 1971 को आदूराम चौधरी और नेनू देवी के घर हुआ.

आपने मिडिल तक माडपुरा बरवाला तथा हायर सेकंडरी बाड़मेर से शिक्षा प्राप्त की. इनके पिता उस समय आर.ए.सी. जोधपुर में पदस्थ थे.

28 जून 1987 में भारतीय सेना में 4 ग्रेनेडियर्स में बतौर सिपाही चयन हुआ. आप पदोन्नत होकर हवलदार बन गए.

31 मई 1991 में आपकी शादी बायतू की कमला चौधरी के साथ हुई. जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में सीमा सुरक्षा हेतु तैनात किया गया. उस समय पाक समर्थित उग्रवादियों को मौत के घाट उतारा लेकिन संघर्ष में हाथ में गोली लगने से घायल हो गए. सरकार ने उन्हें 10000 रु. का नकद इनाम देकर सम्मानित किया. सीमा चौकसी में सदैव सतर्क एवं सावधान रहने वाले हेमाराम सियाग पूंछ जिले के उग्रवादी ठिकानों पर धावा बोलने सैनिकों के साथ जा रहे थे कि 15 जून 2001 को इनका वहां दुर्घटनाग्रस्त हो गया और उनकी वहीं मृत्यु हो गयी.

21 जून 2001 को पूर्ण सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार माडपुरा बरवाला में किया गया .

सन्दर्भ

  • जोगाराम सारण: बाड़मेर के जाट गौरव, खेमा बाबा प्रकाशन, गरल (बाड़मेर), 2009 , पृ. 120-121

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