Satyaveer Singh Jakhar: Difference between revisions

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'''Satyaveer Singh [[Jakhar]]''' became martyr of militancy on 29.03.2001 fighting with the militants . He was from [[Ghandawa]] village, tehsil [[Chirawa]] district [[Jhunjhunu]], [[Rajasthan]].
'''Satyaveer Singh [[Jakhar]]''' became martyr of militancy on 29.03.2001 fighting with the militants . He was from [[Ghandawa]] village, tehsil [[Chirawa]] district [[Jhunjhunu]], [[Rajasthan]].


Unit – 15 Jat Regiment
Unit – 15 [[Jat Regiment]]
== नायक सत्यवीर सिंह जाखड़ ==
== नायक सत्यवीर सिंह जाखड़ ==
नायक सत्यवीर सिंह जाखड़
नायक सत्यवीर सिंह जाखड़

Revision as of 04:42, 10 April 2024

Satyaveer Singh Jakhar became martyr of militancy on 29.03.2001 fighting with the militants . He was from Ghandawa village, tehsil Chirawa district Jhunjhunu, Rajasthan.

Unit – 15 Jat Regiment

नायक सत्यवीर सिंह जाखड़

नायक सत्यवीर सिंह जाखड़

3181043

वीरांगना - श्रीमती संतोष देवी

यूनिट - 15 जाट रेजिमेंट

आतंकवाद विरोधी अभियान

नायक सत्यवीर सिंह का जन्म राजस्थान के झुंझुनूं जिले की चिड़ावा तहसील के घंडावा गांव में पूर्व सैनिक श्री रामकुमार जाखड़ के घर में हुआ था। वह भारतीय सेना की जाट रेजिमेंट की 15 बटालियन में सेवारत थे। वर्ष 2001 में वह जम्मू-कश्मीर में तैनात थे।

29 मार्च 2001 को सीमा पर आतंकवादियों द्वारा लगाई गई आईईडी खोजी गई। नायक सत्यवीर सिंह की टुकड़ी चारों ओर तैनात थी और वह स्वयं आईईडी हटाने लगे। उसी समय आतंकवादियों ने रिमोट से उस आईईडी में विस्फोट कर दिया।

परिणामस्वरूप भीषण विस्फोट से नायक सत्यवीर सिंह वीरगति को प्राप्त हो गए। उन्होंने अपने प्राण न्यौछावर कर अनेक सैनिकों के जीवन की रक्षा की।

इनके लघु भ्राता हरपाल सिंह आर्टिलरी रेजिमेंट की 199 फील्ड रेजिमेंट में सेवारत है।

नायक सत्यवीर सिंह के दीपक और दिनेश दो पुत्र हैं। दीपक भारतीय सेना की जाट रेजिमेंट में सेवारत है।

शहीद को सम्मान

राज्य सरकार द्वारा इनकी स्मृति में गांव के राजकीय विद्यालय का नाम "शहीद नायक सत्यवीर सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, घंडावा" किया गया है।

चित्र गैलरी

स्रोत

रमेश शर्मा

बाहरी कड़ियाँ

संदर्भ

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