Gandheli

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(Redirected from गण्डेली)
Location of Gandheli (Rawatsar) in Hanumangarh district

Gandheli (गंधेली) is a town in Rawatsar tahsil of Hanumangarh district in Rajasthan.

Founders

Gandheli was founded by Sihag clan and was one of their districts. Their chief was Chokha Singh Sihag.

Location

Its Latitude 29.2000 Longitude 74.5500 Altitude (feet) 597; Lat (DMS) 29° 11' 60N Long (DMS) 74° 32' 60E Altitude (meters) 181.

Jat Gotras

History

It was one of districts of the republic of Sihag gotra Jats in Jangladesh, whose chief was Chokha, who had 150 villages under him. Suin was their capital and districts were Rawatsar, Biramsar, Dandusar, Gandheli.


स्यागोटी

चूरू जनपद के जाट इतिहास पर दौलतराम सारण डालमाण[1] ने अनुसन्धान किया है और लिखा है कि पाउलेट तथा अन्य लेखकों ने इस हाकडा नदी के बेल्ट में निम्नानुसार जाटों के जनपदीय शासन का उल्लेख किया है जो बीकानेर रियासत की स्थापना के समय था।

क्र.सं. जनपद क्षेत्रफल राजधानी मुखिया प्रमुख ठिकाने
3. सिहाग (स्यागोटी) 140 गाँव सूंई (लूणकरणसर) चोखासिंह सिहाग पल्लू, दांदूसर, बीरमसर, गन्धेली, रावतसर

सूई चुरू से उत्तर-पश्चिम में 58 मील दूर तथा गोदारा जाटों के ठिकाने शेखसर से 12 मील उत्तर-पूर्व में लूणकरणसर तहसील में है. यह सिहाग जाटों की राजधानी थी और यह प्रदेश सियागगोटी कहलाता था. दयालदास ने इनके गाँवों की संख्या 140 लिखी है जबकि कर्नल टाडठाकुर देशराज ने इनको असिहाग लिखा है तथा इनके गाँवों की संख्या 150 बताई है जिन पर इनका अधिकार था. [2] ठाकुर देशराज व दयालदास के अनुसार इनकी राजधानी पल्लू थी. और राजा का नाम चोखा था. इनके राज्य की सीमा में रावतसर, बीरमसर, दांदूसर, गण्डेली आदि थे. सिहागों का दूसरा ठिकाना संभवतः पल्लू रहा हो जो सूई से कुछ मील दूर नोहर तहसील में है. चौहानों के काल में पल्लू जैन धर्म का एक प्रमुख केन्द्र था, जहाँ से 11 वीं शताब्दी की अनेक मूर्तियाँ मिली हैं जिनमें एक राष्ट्रीय संग्रहालय नई दिल्ली व एक बीकानेर संग्रहालय में है. कहा जाता है कि पहले इसका नाम कोट किलूर था जो बादमें इस ठिकाने के जाट सरदार की लड़की के नाम पर पल्लू हो गया. विक्रम की 16 वीं शताब्दी के पूर्वार्ध में अन्य जाट ठिकानों की तरह पल्लूसूई पर भी राठोड़ों का अधिकार हो गया. कहते हैं कि सिहाग जाटों ने बाद में भी सरलता से राठोड़ों की अधीनता स्वीकार नहीं की थी. तब सिहाग जाटों को धोखे से बुलाकर एक बाड़े में खड़ा करके जला दिया गया था. [3][4]

Notable persons

  • Rahul Pilania - Asstt, Commandant BSF, Date of Birth : 3-August-1985, VPO.- Gandheli, Teh.- Rawatsar, Distt.- Hanumangarh,(Raj.), Present Address : Anupgarh, Shri Ganganagar, Phone: 9828255150, Mobile: 9828255150, Email Address : rahulpilania@gmail.com
  • Ramswaroop Fageria is the head of this family Who migrated from Chaharwala, Sirsa,(Haryana) to Gandheli. Suresh Fageria is nominated as future head of fageria family, who is studying in Melbourne, Australia.
  • Ranvir Jakhar - Head Master

Gallery

External links

References

  1. 'धरती पुत्र : जाट बौधिक एवं प्रतिभा सम्मान समारोह, साहवा, स्मारिका दिनांक 30 दिसंबर 2012', पेज 8-10
  2. ठाकुर देशराज , जाट इतिहास, पेज 616
  3. चौधरी हरिश्चंद्र नैन, बीकानेर में जनजाति, प्रथम खंड, पेज 18
  4. Dr Pema Ram, The Jats Vol. 3, ed. Dr Vir Singh,Originals, Delhi, 2007 p. 205-206

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