Chaudhari Ratan Singh
Chaudhari Ratan Singh from Rohtak Haryana, was a leading Freedom Fighter who took part in Shekhawati farmers movement in Rajasthan.
चौधरी रतनसिंह का जीवन परिचय
चौधरी रतनसिंह बी.ए. हरयाणा में रोहतक जिले के गाँव सोनीपत के रहने वाले थे. उस समय आप बिडला कालेज पिलानी में पढ़ाते थे. 1925 -26 ई. में शेखावाटी के जाटों को संगठित करने और ठिकानों के जुल्मों के खिलाफ आन्दोलन में आपने किसानों का नेतृत्व किया था. इन्होने एक पुस्तक भी प्रकाशित की जिसमें शेखावाटी के किसानों की दयनीय दशा का वर्णन किया गया था. [1]
सर्वप्रथम पन्ने सिंह देवरोड़ 1925 में शेखावाटी जत्थे के साथ केसरिया वस्त्र पहन कर पुष्कर के जाट महोत्सव में गए थे, जहाँ से आप कौमी सेवा और देश सेवा का व्रत लेकर लौटे. आपने मास्टर रतनसिंह और रामसिंह कुंवरपुरा के साथ मिलकर बगड़ में जाट सभा की स्थापना की और किसान आन्दोलन में सक्रीय सहयोग दिया. [2]
बिड़ला हाई स्कूल के हैड मास्टर चौधरी रतन सिंह को 'शेखावाटी में जाटों की दुर्दशा' नामक किताब लिखने के कारण इलाके से ही निकाल दिया गया। [3]
References
- ↑ डॉ पेमाराम: शेखावाटी किसान आन्दोलन का इतिहास, 1990, p.79
- ↑ डॉ पेमा राम: राजस्थान में किसान आन्दोलन (Rajasthan mein Kisan Andolan), Publisher - Rajasthani Granthagar, Jodhpur, Ph 0291-2623933, First Edition 2007, p.81
- ↑ Ganesh Berwal: 'Jan Jagaran Ke Jan Nayak Kamred Mohar Singh', 2016, ISBN 978.81.926510.7.1, p.43
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