Ankit Tomar
Ankit Tomar From Bajeetpur in Bagpat district Uttar Pradesh became Martyr of militancy on 3.1.2017. Constable Ankit received bullet injuries in a police encounter at Kairana, Shamli and achieved martyrdom. He made supreme sacrifice at the altar of duty. Emotions ran high in village Wajidpur of Baghpat where the slain UP police constable Ankit Tomar was cremated on Thursday morning 4.1.2018. Tomar died battling fatal bullet injury in d head he received during an encounter on Tuesday night.
जीवन परिचय
अंकित आज कर्तव्य का निर्वाह करते हुए शहीद हो गया है | वह गांव वाजिदपुर जिला बागपत का रहने वाला था। कैराना की मुठभेड़ (साबिर खान का एनकाउंटर ) में गोली लगने से घायल हुए अंकित तोमर की उपचार के दौरान नोएडा के फोर्टिस हॉस्पिटल में उपचार के दौरान अंतिम सांस ली है । अंकित तोमर अपने पीछे 3 वर्ष की बेटी और 2 माह का बेटा छोड़ गए अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में हुआ।
कैराना की मुठभेड़
3 जनवरी 2017 को शामली जिले के जनधेदी गांव के पास बदमाशों से हुई मुठभेड़ में घायल यूपी पुलिस के कॉन्स्टेबल अंकित तोमर बुधवार को इलाज के दौरान शहीद हो गये। इससे पूर्व मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से घायल अंकित को नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में दाखिल कराया गया था।
अंकित मूल रूप से पश्चिम यूपी के बागपत जिले के निवासी थे और वर्तमान में कैराना में तैनात थे। मंगलवार देर रात शामली के कैराना में जिस पुलिस टीम ने एक लाख के इनामी बदमाश साबिर जंधेड़ी को मार गिराया था, अंकित उसी टीम के सदस्य थे। इस मुठभेड़ के दौरान बदमाशों की फायरिंग में अंकित गंभीर रूप से घायल हुए थे जिसके बाद नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में उनका इलाज किया जा रहा था।
परिवार को मिलेगा 50 लाख का मुआवजा - गंभीर रूप से घायल अंकित को चिकित्सकों की तमाम कोशिशों के बाद भी नहीं बचाया जा सका और बुधवार देर शाम वह शहीद हो गये। अंकित की शहादत पर उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई है। अंकित के परिवार के भरण पोषण के लिये सरकार के संशोधित नियमों द्वारा उनकी पत्नी को 40 लाख जबकि माता-पिता को 10 लाख रुपये की राशि मुआवजे के रूप में दी जाएगी।
Reference - नवभारतटाइम्स.कॉम, Jan 3, 2018
नम आंखों से दी गई शहीद कॉन्स्टेबल अंकित तोमर को अंतिम विदाई
बीते मंगलवार को मुठभेड़ में शहीद हुए कॉन्सटेबल अंकित तोमर को गुरुवार को उनके बागपत स्थित गांव में हजारों लोगों ने अंतिम विदाई दी। अंकित शामली जिले के जनधेदी गांव के पास बदमाशों से हुई मुठभेड़ में गोली लगने के बाद इलाज के दौरान शहीद हो गए थे। बागपत में उनके गांव में वाजिदपुर में सुबह निकली उनकी अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में लोग और पुलिस बल के अधिकारी-जवान शामिल हुए और शहीद को बागपत में कॉन्सटेबल अंकित तोमर के गांव वाजिदपुर में गुरुवार सुबह बहादुर जवान को आखिरी विदाई देते वक्त माहौल गमगीन हो गया। यहां मुठभेड़ में शहीद जवान के अंतिम संस्कार में उत्तर प्रदेश पुलिस के सीनियर अधिकारियों से लेकर स्थानीय लोग तक नम आंखों से श्रद्धांजलि देने के लिए मौजूद रहे। अंकित को मंगलवार देर रात हुए एक एनकाउंटर में गोली लगी थी। उन्हें नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां बुधवार को उनकी मौत हो गई थी।
Reference - नवभारतटाइम्स.कॉम, Jan 4, 2018
External links
References
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