Asaf Khan
Asaf Khan (आसफखां) or Khwaja Abdul Majid was a Tajik nobleman of the Mughal Empire during the reign of Akbar. He was governor of Ilahabad Subah and participated in many Mughal military expeditions, leading the Mughal conquest of Garha in 1564 and serving in the Battle of Haldighati in 1576.[1]
Asaf Khan played a pivotal role in Mughal conquest of Chittor in 1568 led by Akbar himself. After the fort was sacked in February 1568, Akbar handed it to Asaf Khan and returned to Agra.[2]
He probably died at Burhanpur aged 63 in the seventh year of Jahangir's reign (1611–12).[3]
सिंगौरगढ़ किला
सिंगोरगढ़ : सिंग्रामपुर से 6 किलोमीटर दूर एक पहाड़ी किले पर बसा ऐतिहासिक महत्व का गांव जो आरक्षित वन कक्ष 309 एवं 312 में स्थित है. यहां राजा वेन वसोन ने मजबूत एवं बड़ा किला बनवाया था, जिस पर बहुत समय तक गोंड राजाओं का राज्य रहा है. 15 वीं शताब्दी के अंत में गोंड राजा दलपति शाह अपनी रानी दुर्गावती के साथ यहीं रहता था. राजा की मृत्यु के बाद रानी दुर्गावती का मुगल बादशाह अकबर के सेनापति आसफखां से यहां घमासान युद्ध हुआ था. किले के भीतर एक तालाब है जहां 12 महीने पानी रहता है. यहां लोक निर्माण विभाग का एक जीर्ण-शीर्ण विश्रामगृह है और वन्य प्राणियों को देखने के लिए एक वॉच टावर है. गर्मी के समय यहां पानी पिने के लिए आने वाले शेर को आसानी से देखा जा सकता है. [4]
References
- ↑ Sharma, Parvati (2023-05-15). A Lamp for the Dark World: Akbar, India's Greatest Mughal. Rowman & Littlefield. ISBN 978-1-5381-7790-7.
- ↑ Gopinath Sharma (1962). Mewar and the Mughal Emperors: 1526-1707 A. D. Shiva Lal Agarwala. p. 80.
- ↑ Jahangir, Emperor of Hindustan, 1569-1627 (2015). Beveridge, Henry (ed.). The tūzuk-i-Jahāngīrī, or, Memoirs of Jahāngīr. Translated by Rogers, Alexander. New Delhi. ISBN 978-81-7156-131-5. OCLC 993066506.
- ↑ एल आर बुरडक, मध्य प्रदेश शासन वन विभाग, दमोह वन मंडल की कार्य-आयोजना (1993-94 से 2002-03), p.228-229