Badwa Kota

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(Redirected from Badava)
Author:Laxman Burdak, IFS (R)

Location of Barwa village near Antah, Baran

Badwa (बड़वा) or Barwa is a Village in Antah Tehsil in Baran District of Rajasthan State, India. It belongs to Kota Division.

Variants

  • Badava (बड़वा), जिला बारां, कोटा मंडल, राज., (AS, p.603)

Location

It is located 19 kms towards west from District head quarters Baran, 16 kms from Antah, 245 KM from State capital Jaipur. Barwa Pin code is 325209 and postal head office is Antah. This Place is near the border of the Baran District and Kota District. Kota District Sultanpur is west towards this place.[1]

History

Sanskrit Text


Badwa Yup inscription of Maukharis of 238 AD

मौखरी शासक का बड़वा यूप अभिलेख

स्थान: बड़वा राजस्थान, भाषा: संस्कृत, लिपि: ब्राह्मी उत्तरी, विषय: प्रारम्भिक मौखरियों की स्थिति, काल: ६ वीं शती

[१]

१ सिद्धं(द्धं) (।) क्रितेहि २०० (+) ९० (+) ५ फ़(।)ल्गुण-शुक्लस्य पञ्चे दि. श्रि-महासेनापते: मोखरे:बल-पुत्रस्य बलवर्द्धनस्य यूप: (।) त्रिरात्रसंमितस्य दक्षिण्यं गवां सहस्त्रं[१०००] (।)

[२]

२ सिद्धं (।) क्रितेहि २०० (+) ९० (+) ५ फ़(।)ल्गुण-शुक्लस्य पञ्चमे दि. श्री-माहसेनापते: मोखरे: बल-पुत्रस्य सोमदेवस्य यूप: (।) त्रिरात्रसंमितस्य दक्षिण्यं [गव](।ं) [सह]स्त्रं[१०००] (।)

३ क्रितेहि २०० (+) ९० (+) ५ फ़(।)ल्गुण-शुक्लस्य पञ्चमे [ ि] द. श्री-महासेनापते[:] [मो]खरे-

बलि-पुत्रस्य बलसिंहास्य यूप: (।) त्रिरात्रसंमितस्य दक्षिण्यं गवां सहस्त्रं[१०००] (।)

Badwa Yup inscription of Maukharis of 238 AD[2]

Three Upa inscriptions were found here in year 1935-36 of 295 krita or vikramasamvat = 238 AD. It mentions three sons of Maukharivansha Mahasenapati Bala's thee sons viz,

Probably these inscriptions mention first time about the Maukharis. This indicates the stage of fall of Buddhism and revival of Hinduism. [3]

बड़वा, कोटा, राजस्थान

विजयेन्द्र कुमार माथुर[4] ने लेख किया है .....बड़वा (AS, p.603), जिला बारां, कोटा मंडल, राजस्थान से 1935-36 में 295 कृत या विक्रम संवत = 238 ई. के तीन यूप-लेख प्राप्त हुए थे. इन मौखरी वंशीय महासेनापति बल के 3 पुत्र बलवर्धन,सोमदेव और बलसिंह का एक यज्ञ के संपादन के संबंध में उल्लेख है. संभवत: इन अभिलेखों में मौखरी वंश का सर्वप्रथम उल्लेख मिलता है. इनसे बुद्ध धर्म की अवनति तथा हिंदू धर्म के पुनर्जीवन के संधिकाल में यज्ञादिकों के पुनरारंभ की सूचना भी मिलती है.

बड़वा अभिलेख का ऐतिहासिक महत्व

मौखरी राजाओं का यह सबसे पुराना और पहला अभिलेख है.यह एक यूप पर खुदा है. यूप एक प्रकार का स्तम्भ है. इस अभिलेख में कृत सम्वत का उल्लेख किया गया है तथा इससे मौखरियों की एक नई शाखा का पता लगता है. बडवा यूप मौखरी वन्श से सम्बन्धित है. मौखरी राजाओं की कई शाखायें थी. बडवा यूप का प्रमुख व्यक्ति बल था, जो अन्य शाखाओं से अधिक पुरानी शाखा से सम्बन्ध रखता है. उसकी उपाधी महासेनापति होने से अर्थ निकलता है कि वह बहुत बलशाली था. यह प्रतीत होता है कि ये शक-क्षत्रपों के अधीन रहे होंगे.

External links

References

  1. http://www.onefivenine.com/india/villages/Baran/Anta/Barwa
  2. Bharatiya Puralekhon Ka Adhyayan Studies In Ancient Indian Inscriptions By Shiv Swarup Sahaya,p.349
  3. Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.603
  4. Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.603