Bhanwar Singh Choudhary (Kajla)

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Grenadier Bhanwar Singh Choudhary, SM, 6 Grenadiers

Bhanwar Singh Choudhary (Kajla) (Grenadier), Sena Medal, became martyr on 23.04.2002 fighting with militants in Jammu and Kashmir. He was awarded Sena Medal for his act of bravery. He was from Bibipur Chhota village in Fatehpur tehsil of Sikar district in Rajasthan.

Unit - 6 Grenadiers

ग्रेनेडियर भंवर सिंह चौधरी

ग्रेनेडियर भंवर सिंह चौधरी

2693601

सेना मेडल (मरणोपरांत)

यूनिट - 6 ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट

ऑपरेशन पराक्रम

ग्रेनेडियर भंवर सिंह (काजला) राजस्थान के सीकर जिले की फतेहपुर तहसील के बीबीपुर छोटा गांव के निवासी थे और भारतीय सेना की ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट की 6 बटालियन में सेवारत थे।

13 दिसंबर 2001 को भारतीय संसद पर आत्मघाती आक्रमण होने के पश्चात भारत ने पाकिस्तान पर आतकंवादियों को संरक्षण देने के आरोप लगाए और दोनों देशों के मध्य युद्ध की स्थितियां निर्मित हो गई थी। परिणामस्वरूप 1971 के युद्ध के पश्चात दोनों देशों की सीमाओं पर व्यापक सैन्य संकेंद्रण हुआ था।

वर्ष 2002 में ग्रेनेडियर भंवर सिंह युद्ध की स्थिति में "ऑपरेशन पराक्रम" में जम्मू-कश्मीर में तैनात थे। 23 अप्रैल 2002 को आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में अदम्य साहस, दृढ़ निश्चय एवं वीरता से संघर्ष करते हुए ग्रेनेडियर भंवर सिंह ने सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्हें मरणोपरांत "सेना मेडल" दिया गया।

इस मुठभेड़ में इनके साथ दीनवा लाडखानी गांव के ग्रेनेडियर मुख राम बुडानिया भी बलिदान हुए थे।

शहीद को सम्मान

राज्य सरकार द्वारा इनकी स्मृति में गांव के राजकीय विद्यालय का नाम "शहीद भंवर सिंह चौधरी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, बीबीपुर" किया गया है।

बाहरी कड़ियाँ

गैलरी

स्रोत

संदर्भ


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