Mukh Ram Budania

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Grenadier Mukh Ram Budania, 6 Grenadiers

Mukh Ram Budania (Grenadier) became martyr of militancy on 23.04.2002 in Jammu and Kashmir. He was awarded Sena Medal (posthumous). He was from Deenwa Ladkhani village, tehsil Fatehpur district Sikar, Rajasthan.

Unit – 6 Grenadiers

ग्रेनेडियर मुख राम बुडानिया

ग्रेनेडियर मुख राम बुडानिया

2692418

05-10-1980 - 23-04-2002

सेना मेडल (मरणोपरांत)

वीरांगना - श्रीमती सुमित्रा देवी

यूनिट - 6 ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट

ऑपरेशन पराक्रम

ग्रेनेडियर मुख राम का जन्म 5 अक्टूबर 1980 को राजस्थान के सीकर जिले की फतेहपुर तहसील के दीनवा लाडखानी गांव में श्री गंगा राम बुडानिया एवं श्रीमती अणची देवी के परिवार में हुआ था। 31 जुलाई 1998 को वह भारतीय सेना की ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट में रंगरूट के रूप में भर्ती हुए थे। प्रशिक्षण के पश्चात उन्हें 6 ग्रेनेडियर्स बटालियन में ग्रेनेडियर के पद पर नियुक्त किया गया था।

13 दिसंबर 2001 को भारतीय संसद पर आत्मघाती आक्रमण होने के पश्चात भारत ने पाकिस्तान पर आतकंवादियों को संरक्षण देने के आरोप लगाए और दोनों देशों के मध्य युद्ध की स्थितियां निर्मित हो गई। परिणामस्वरूप 1971 के युद्ध के पश्चात दोनों देशों की सीमाओं पर व्यापक सैन्य संकेंद्रण हुआ था। भारतीय सेना ने सीमाओं पर सेना की तैनाती के लिए "ऑपरेशन पराक्रम" चलाया था।

वर्ष 2002 में ग्रेनेडियर मुख राम और ग्रेनेडियर भंवर सिंह चौधरी अपनी बटालियन के साथ "ऑपरेशन पराक्रम" में जम्मू-कश्मीर में तैनात थे।

23 अप्रैल 2002 को ग्रेनेडियर मुख राम बुडानिया ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के डटोट नामक गाँव में अन्वेषण के लिए चलाए जा रहे "ऑपरेशन डटोट" में भाग लिया। मुठभेड़ के समय अन्वेषण दल आतंकवादियों की फायरिंग में घिर गया।

उस समय ग्रेनेडियर मुख राम बुडानिया ने अत्यंत वीरता का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए एक आतंकवादी को अति निकट जाकर मार दिया। उसी समय वहां पर चट्टान की गुफा में छिपे हुए अन्य आतंकवादी ने अन्वेषण दल पर निरंतर फायरिंग और हथगोलों से आक्रमण किया।

ग्रेनेडियर मुख राम बुडानिया ने अपने साथियों की रक्षा के लिए अपने जीवन की घोर उपेक्षा करते हुए उस आतंकवादी की ओर छलांग लगाई और उस आतंकवादी को उसके शस्त्र के साथ जकड़ लिया और अपने साथियों की रक्षा की। किंतु आगे चलकर अन्वेषण के समय आतंकवादियों के हथगोले विस्फोटित होने से ग्रेनेडियर मुख राम बुडानिया गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें चिकित्सा के लिए ले जाते समय वह वीरगति को प्राप्त हो गए।

ग्रेनेडियर मुख राम बुडानिया को उनके द्वारा प्रदर्शित अदम्य साहस और वीरता के लिए 15 जनवरी 2004 को मरणोपरांत "सेना मैडल" से सम्मानित किया गया।

इस मुठभेड़ में इनके साथ बीबीपुर छोटा गांव के ग्रेनेडियर भंवर सिंह चौधरी भी बलिदान हुए थे।

शहीद को सम्मान

राज्य सरकार द्वारा इनकी स्मृति में गांव के राजकीय विद्यालय का नाम "शहीद मुख राम बुडानिया और शहीद धर्मवीर सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, दीनवा लाडखानी" किया गया है।

चित्र गैलरी

स्रोत

रमेश शर्मा

बाहरी कड़ियाँ

संदर्भ

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