Cheran
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Cheran (चेरान) was an ancient Buddhist village 1.6 km from Goldenganj railway station at the confluence of Ghaghara and Ganges rivers. It was founded by a King named Cherasa (चेरस). [1]
Location
Cheran is a village in Harnaut tahsil of Nalanda district in Bihar.[2]
Variants
History
चेरान
विजयेन्द्र कुमार माथुर[3] ने लेख किया है ...चेरान (AS, p.344) बिहार का ऐतिहासिक स्थान है। यह उत्तर-पूर्व रेल के गोल्डनगंज स्टेशन से प्राय: एक मील (लगभग 1.6 कि.मी.) की दूरी पर घाघरा और गंगा नदी के संगम पर बसा हुआ बौद्ध कालीन स्थान है। चेरान की नींव 'चेरस' नामक राजा ने डाली थी। चीनी यात्री युवानच्वांग के अनुसार इस स्थान पर सत्यप्रकृति नामक ब्राह्मण ने एक घड़े पर कुंभ-स्तूप बनवाया था। स्तूप के स्थान पर एक ऊँचा ढूह (मिट्टी का टीला या ढेर) आज भी देखा जा सकता है। ढूह के ऊपर हुसैनशाह के नाम से प्रसिद्ध एक मसजिद भी है। महाकवि कालिदास ने सरयू-जाह्नवी (घाघरा और गंगा) के संगम स्थल को तीर्थ बताया है। यहाँ अयोध्या के राजा दशरथ के पिता 'अज' ने वृद्धावस्था में प्राणत्याग किए थे। (दे. सरयू)