Chiranji Singh Sinsinwar
Chiranji Singh Sinsinwar (born:1893) (रायसाहब सू.ठा. चिरंजी सिंह), from Bachhamadi, Bharatpur was a Social worker in Rajasthan. He was born in the Sinsinwar family. [1]
जीवन परिचय
ठाकुर देशराज[2] ने लिखा है ....रायसाहब सू. ठा. चिरंजी सिंह – [पृ.21]: कर्नल गिरधरसिंह जी सीआई के बाद आप भरतपुर के जाटों में दूसरे खिताबधारी जाट सरदार है। आपका जन्म नौह बछामदी में अब से 57-58 साल पूर्व हुआ था। आप कोठर बंद सिनसिनवार हैं। इस समय आप भरतपुर में रहते हैं।
पेंशन पाने के बाद से आप सार्वजनिक कामों में हिस्सा ले रहे हैं। भरत भरतपुर राज्य जाटसभा के जन्म काल से ही साथ हैं। ऑनरेरी मजिस्ट्रेट है। भरतपुर म्युनिसिपालिटी में कमिश्नर भी रह चुके हैं। जमीदार किसान सभा के साथी हैं। इस समय भरतपुर की असेम्बली के सदस्य रहे हैं। हर दिल अजीज हैं। मेहनती आप बहुत ज्यादा हैं। हम कभी कभी उनसे कहा करते हैं कि मेजर साहब भरततपुर में आपके साथ ही मेहनत भी मर जाएगी।
इस युद्ध के दौरान में आप भरतपुर सोल्जर बोर्ड के ज्वाइंट सेक्रेटरी व वारफ्रंट के अफवाह खंडक लीडर रहे हैं। आप की स्पीच विनोदपूर्ण होती हैं। कौम की सेवा के हर काम में आप रस लेते हैं। देहातों से आने वाले लोगों की शिकायतों को दूर कराने के लिए हाकिम हुक्कामों तक पहुंचते हैं। आपके तीन पुत्र हैं: भूपसिंह जी, जगदीशसिंह और बृजेंद्रसिंह जी।
जीवन परिचय
गैलरी
-
Jat Jan Sewak, p.20
References
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, p.20
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, p.20
Back to Jat Jan Sewak