Galiakot
Galiakot (गलीकोट) is a village in Sagwara tahsil in Dungarpur district, Rajasthan.
Location
It is situated about 58 km from Dungarpur and 168 km from Udaipur in southeast near the border of Banswara district on Mahi River. Galiakot is located at 23.536°N 74.009°E. It has an average elevation of 145 metres.
History
It was capital of Parmars. It is a Dawoodi Bohra pilgrimage site. The town is famous for the tomb of Babjee Moula Syedi Fakhruddin who lived there in the 10th century. Many Dawoodi Bohra Muslims visit the tomb each year to pay homage.
गलीकोट
गलीकोट राजस्थान का एक ऐतिहासिक गाँव है। यह डूंगरपुर से लगभग 58 किलोमीटर की दूरी पर दक्षिण-पूर्व में स्थित है। गलीकोट माही नदी के किनारे बसा हुआ है। किसी समय में यह स्थान परमारों की राजधानी हुआ करता था। आज भी यहां पर एक पुराने क़िले के खंडहर देखे जा सकते हैं। यहाँ पर सैयद फ़ख़रुद्दीन की मजार है। उर्स के दौरान पूरे देश से हजारों दाउद बोहारा श्रद्धालु यहाँ आते हैं। यह उर्स प्रतिवर्ष मोहर्रम से 27वें दिन मनाया जाता है। सैयद फ़ख़रुद्दीन एक धार्मिक व्यक्ति थे और घूम-घूम कर ज्ञान का प्रचार-प्रसार करते थे। इसी क्रम में गलीकोट गांव में उनकी मृत्यु हुई थी।[1]