Harbhajan Singh Atwal
Harbhajan Singh Atwal (LNK) (15.03.1947 - 06.01.2019), Vir Chakra, fought Indo-Pak War 1971 in eastern sector bravely for which he was awarded Vir Chakra. Unit: 4 Sikh Regiment. He retired from Army as an honourary captain. He died on 06.01.2019.
लांस नायक हरभजन सिंह अटवाल
लांस नायक हरभजन सिंह अटवाल
15-03-1947 - 06-01-2019
यूनिट - 4 सिख रेजिमेंट
ऑपरेशन कैक्टस लिली
भारत-पाक युद्ध 1971
लांस नायक हरभजन सिंह का जन्म 15 मार्च 1947 को ब्रिटिश भारत में संयुक्त पंजाब में हुआ था। वर्ष 1971 में वह भारतीय सेना की 4 सिख बटालियन में लांस नायक के पद पर सेवारत थे। युद्ध संभावित होने पर विवाह के 7 दिन पश्चात ही उनके बटालियन मुख्यालय से लौटने का संदेश आने पर वह घर से विदा हो गए थे।
लांस नायक हरभजन सिंह अपनी कंपनी के प्रमुख सेक्शन के कमांडर थे। उन्हें पूर्वी सेक्टर (अब बांग्लादेश) में शत्रु के अधिकार वाले गढ़ों को बंद करने का काम दिया गया था। उनकी कंपनी तीव्र और सटीक छोटे हथियारों की गोलीबारी में घिर गई, जब वह शत्रु के कब्जे वाले पदों से केवल 300 गज की दूरी पर थी।
लांस नायक हरभजन सिंह स्वयं लाइट मशीन गन को संभालते हुए, आगे बढ़ रहे थे कि शत्रु की मशीन गन से गोलियों की बौछार लगने से वह घायल हो गए। किंतु वह रेंगते हुए आगे की ओर बढ़ते रहे, तभी उन्हें पुनः गोलियों लगी।
तदुपरांत अडिग, वह आगे की ओर रेंगते रहे और एक उपयुक्त स्थिति में आकर शत्रु की मशीन गन पोस्ट को नष्ट कर दिया। अपने घावों पर ध्यान नहीं देते हुए उन्होंने अपने सेक्शन को रक्षा में तैनात किया और यह सुनिश्चित किया कि उनके साथी भलीभांति खाइयों में स्थिति ले चुके हैं।
इस कार्रवाई में लांस नायक हरभजन सिंह ने उच्च कोटि की वीरता, नेतृत्व और दृढ़ संकल्प का परिचय दिया। 15 अगस्त 1972 को उन्हें महामहिम राष्ट्रपति वी. वी. गिरी द्वारा वीर चक्र से सम्मानित किया गया था। वह ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (OTA), चेन्नई में इंस्ट्रक्टर भी रहे थे। वह मानद कैप्टन के रैंक से भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हुए थे।
निधन
6 जनवरी 2019 को उनका निधन हुआ था।
सम्मान
15 अगस्त 1972 को उन्हें महामहिम राष्ट्रपति वी. वी. गिरी द्वारा वीर चक्र से सम्मानित किया गया था।
पिक्चर गैलरी
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स्व. मानद कैप्टन हरभजन सिंह की पत्नी श्रीमती मंजीत कौर अपने पति के चित्र के साथ
बाहरी कड़ियाँ
स्रोत
सन्दर्भ
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