Hira Ram Dhaka
Hira Ram Dhaka (शहीद चौधरी हीराराम जी) was a martyr and Hero of Shekhawati farmers movement. He belonged to village Bathot. He was killed by the Jagirdars at village Bathot in Sikar district of Rajasthan while lopping Khejri tree in his field. [1] [2][3]
जीवन परिचय
जाट जन सेवक
ठाकुर देशराज[4] ने लिखा है ....शहीद चौधरी रूड़ाराम और शहीद चौधरी हीराराम जी - [पृ.318]:जहां ठिकानेदारों ने शनै: शनै: वहां के भोमिए जाटों को जमीन की मालिकों से वंचित किया वहां जमीन में पैदा होने वाले पेड़ों के स्वामित्व से भी खारिज करने की चालें चलना शुरु कर दिया। सीकर में बठोठ एक छोटी सी जागीर है। वहां के किसान एक पेड़ को काटना चाहते थे। ठिकानेदार उस पेड़
[पृ.319]: को अपना धन मानता था। इसी पर झगड़ा हो गया और मदांध ठाकुर ने दो बहादुर किसानों को गोली का निशाना बना दिया। उन्हीं अमर शहीदों को सीकर के लोग चौधरी रूड़ाराम और चौधरी हीराराम जी के नाम से याद करते हैं। आप दोनों ही ढाका गोत्र के जाट सरदार थे और बठोठ आप की जन्मभूमि थी।
सन्दर्भ
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, 1949, p.318-319
- ↑ Dr Mahendra Singh Arya, etc: Ādhunik Jat Itihas, Agra, 1998, Section 9 pp. 21
- ↑ Jaton Ke Vishva Samrajya aur Unake Yug Purush Part 1/Chapter 10
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, 1949, p.318-319
Back to The Brave People/The Martyrs/Jat Jan Sewak/The Freedom Fighters