Jat Kshatriya Itihas

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लेखक कविराज डॉक्टर योगेन्द्रपाल शास्त्री

Jat Kshatriya Itihas is a book on Jat History by Yogendra Pal Shastri.

पुस्तक परिचय

प्राचीन राज्य वंश एवं जाट-क्षत्रिय-इतिहास

लेखक कविराज डॉक्टर योगेन्द्रपाल शास्त्री, LAMS, आयुर्वेदाचार्य धन्वन्तरि, मुख्याधिष्ठाता - कन्या गुरुकुल हरिद्वार, संचालक - जाट शक्ति आश्रम कनखल,

प्रकाशक - ठाकुर संसार सिंह महोपदेशक, प्रचारमंत्री- संयुक्त प्रांतीय जाट क्षत्रिय सभा. प्रथम संस्करण 1944

प्रस्तावना

प्रेस में पहुंचने के पूर्व ही मैंने डॉक्टर योगेन्द्र पाल शास्त्री की इस विद्वता पूर्ण रचना को उन्हीं की प्रभावोत्पादक वाणी में सुना. मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा कि जाट महासभा ने इतिहास से जैसी आशा लगाई थी, यह ग्रंथ उससे भी अधिक सर्वांगपूर्ण और उपयोगी है. इस इतिहास में जाति के प्रत्येक कार्यकर्ताओं, वीर विद्वानों का जीवन, प्राचीन अर्वाचीन राज्यों का वर्णन जिस निष्पक्ष निर्लोभ मनोवृति से लिखा गया - यह अत्यंत सराहनीय है. यह ग्रंथ अपनी वर्णन शैली में टॉड राजस्थान की टक्कर का इतिहास माना जाएगा - इसमें कोई संदेह नहीं है. इस इतिहास को देखने-सुनने के पूर्व मुझे कल्पना भी नहीं थी कि डॉक्टर योगेंद्र पाल शास्त्री इतना विशाल कार्य इतने उत्तमता से इतने शीघ्र पूर्ण कर लेंगे. उनका यह प्रयत्न जाति के ऐतिहासिक साहित्य में युगांतर और जातीय संसार में स्वाभिमान का संचार करेगा.

प्रस्तुत इतिहास में जाटों की प्रत्येक समस्याओं का ऐतिहासिक प्रमाण से संतुष्ट - ओजस्विनी भाषा में विद्वतापूर्ण-विवेचन किया गया है उसके द्वारा जाति के सामाजिक जीवन का धरातल अत्यंत उज्जवल गौरव मय हो उठा है. वंशों का नाम न बदल कर प्रचलित नामों की ही वास्तविकता खोज निकालने का प्रयत्न अत्यंत परिश्रम साध्य महत्वपूर्ण कार्य है.

प्रस्तुत गरन्थ में स्थल-स्थल पर जाट महासभा को परिपुष्ट करने के लिए परम आदरणीय भावनाओं को व्यक्त करके और छिपे के इतिहास को प्रकाश में लाने में जो कर्तव्य पालन किया गया है - उसके लिए जाति के अद्वितीय अन्वेषक कर्मवीर ठाकुर संसार सिंह जी और अनुपम लेखक ठाकुर योगेंद्र पाल शास्त्री - पिता और पुत्र की इस अपूर्व आदर्श जोड़ी - का मैं अखिल भारतवर्षीय जाट महासभा की ओर से धन्यवाद करता हूं. जातीय जगत के समक्ष सर्वथा प्रमाणित रुप से यह इतिहास उपस्थित हो रहा है - संपूर्ण भारत में इसका आदर होगा इसकी मुझे पूर्ण आशा है.

प्रेमी सेवक: चौधरी रिछपाल सिंह B.A., आनरेरी मजिस्ट्रेट, महामंत्री अखिल भारतीय जाट महासभा

पुस्तक के बारे में विचार

रहबरे आजम का संदेश

रहबरे आजम पंजाब केसरी दीनबंधु सर चौधरी छोटूराम जी वजीर पंजाब लाहौर -

"जाट क्षत्रिय महासभा के परम सेवक ठाकुर संसार सिंह जी संस्थापक कन्या गुरुकुल हरिद्वार ने सारे भारत का दौरा करके जो सामग्री (खोज) इकट्ठी की है उसके आधार पर उनके सुयोग्य पुत्र डॉक्टर योगेंद्र पाल शास्त्री ने जो विशाल जाट इतिहास लिखा है - वह हमारे हिंदू, मुसलमान, सिख, इसाई आदि सब धर्मों के जाटों के संगठन में भारी सहायता करेगा. समस्त जाटों को अपने परिवार और खानदानी जत्थो के सही हालात उनके पास "जाट शक्ति आश्रम कनखल" के पते पर भेजने चाहिए. यह इतिहास हिंदी, उर्दू, गुरुमुखी तीनों भाषाओं में निकल रहा है" (लाहौर अधिवेशन के प्लेटफार्म से)

बाहरी कड़ियाँ

गैलरी

संदर्भ