Kiledar Jat family of Bhugwara Narsinghpur
किलेदार परिवार का गौरवशाली इतिहास
किलेदार परिवार भुगवारा का गोत्र "राणा है"और बम्हरौली कटारा से माईग्रेशन के कारण"राना बम्हरोलिया"लिखा गया है। लगभग 400 साल पूर्व आगरा के पास स्थित गांव बमरोली कटारा से धौलपुर होते हुए किलेदार परिवार के पूर्वज गोहद से ग्वालियर पहुंचे। वहां के रियासत के राजा ने उनकी वीरता और स्वामी भक्ति को देखते हुए अपने राज्य की सेना में उन्हें ऊंचे पद पर रख लिया। बाद में उनकी वीरता एवं कार्यकुशलता को देखते हुए किलेदार की पदवी देकर उनका सम्मान बढ़ाया ।
गोहद स्टेट के राजा एवं महाराजा सिंधिया की घनी मित्रता रही है । उस समय सिंधिया रियासत की सीमा नर्मदा सागर संभाग में नरसिंहपुर तक थी । सत्रहवीं शताब्दी के अंत में, जब मध्य भारत प्रांत तथा बरार स्टेट में पिंडारियों का आतंक अपनी चरम सीमा पर था, उस समय महाराजा सिंधिया ने गोहद के राजा से कहकर किलेदार पूर्वजों को, ग्वालियर परिवार की सुरक्षा के लिए , फौज की एक बटालियन के साथ होशंगाबाद संभाग भेजा । इस तरह किलेदार पूर्वजों का नरसिंहपुर आगमन हुआ । यहां आकर वह अपने शासकों द्वारा प्रदान की गई ग्राम भुगवारा की मालगुजारी संभालने लगे ।
बाद में इस परिवार के पूर्वज मालगुजारी से हटकर समाज सेवा के कार्य में लगे । स्वर्गीय श्री रघुनाथ सिंह किलेदार ने देशभक्ति का रास्ता अपनाकर नरसिंहपुर जिले के इतिहास में महान स्वतंत्रता सेनानी होने का गौरव प्राप्त किया । श्री रघुनाथ सिंह जी की प्रतिभा से आकर्षित होकर महाराजा भरतपुर परिवार की राजकुमारी बीबीजी बृजराज कुमारी कौर का विवाह इनके साथ कर दिया ।
स्वर्गीय श्री महेंद्र सिंह किलेदार ने स्वच्छ राजनीति करके जिले के विकास में अभूतपूर्व योगदान दिया है। जब श्री महेंद्र सिंह किलेदार संविद सरकार में कैबिनेट मंत्री थे, तब उस समय उन्होंने अपने व्यक्तिगत कार्य के लिए कभी भी सरकारी वाहन तथा सरकारी धन का दुरुपयोग नहीं किया । इस बात के लिए विधानसभा की कार्यवाही में श्री डीपी मिश्र जी ने भी उनकी प्रशंसा की थी। साथ ही इन परिवार के लोगों ने जिले भर के लोगों का विश्वास जीतकर राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाई ।
श्री बीरेन्द्र सिंह किलेदार पुत्र श्री बैंनी सिंह किलेदार, जन्म15/08/1919 बीरेन्द्र सिंह किलेदार बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के छात्र रहे हैं और1942के अंग्रेजों भारत छोडो आन्दोलन मे सक्रीय छात्र नेता के रूप में क़ाँन्तिकारी भूमिका निभाई थी तथा बनारस के रेल/रोड के पुल में अपने साथियों के साथ डायनामाइट लगाकर यमुना नदी में जंप कर फरार हो गये थे, इसी बीच सुरक्षा कर्मी द्बारा गोलियां चलाई गई जिससे जिस साथी को पलीता मे आग लगाना थी वो नहीं लग पाई।उस समय डां सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी वाईस चाँसलर थे बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के। विवाह सन्1948मे श्रीमती सावित्री देवी किलेदार से हुआ। सावित्री देवी दौराला जिला मेरठ के मालगुजार प़धान महेन्द्र सिंह जी एहलावत कि एक पुत्री हैं।
बीरेन्द्र सिंह जी के जयेष्ट पुत्र श्री रघुनाथ सिंह जी और श्री महेन्द्र सिंह जी के लाडले डॉक्टर राजेंद्र किलेदार प्रदेश स्टेट कोंग्रेस कमेटी अध्यक्ष पद पर स्थापित हुए अदूतिय व्यवहार के धनी और समाज सेवा, समर्पण भाव के लिए जाने जाते है इनकी धरम पत्नी श्रीमती रेखा किलेदार उत्तर प्रदेश के बड़े समृद्ध परिवार की एक पुत्री है वे उस जमाने की उच्च शिक्षित महिला LLM है और नरसिंघपुर कन्सूमर फ़ोरम में अडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज पद का निर्वहन कर चुकी है। इस परिवार की श्रीमती मंजरी किलेदार ने, जो श्री भूपेंद्र किलेदार की पत्नी हैं, जब तक जिला पंचायत अध्यक्ष पद का निर्वहन किया तब तक जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की गंगा बहाई थी । श्रीमती राधा किलेदार जो श्री कृष्ण कुमार किलेदार की पत्नी है , इन्होंने भी अपने सरपंच पद के दायित्व को निभाते हुए ग्राम भुगवारा में कई अच्छे कार्य किए हैं । वर्तमान में ये जिला पंचायत सदस्य हैं तथा स्वास्थ और महिला बाल विकास की सभापति हैं । आज भी लोग स्वर्गीय रघुनाथ सिंह किलेदार की स्मृतियां अपने दिमाग में संजोए हुए हैं ।
Members
- Beni Singh Kiledar - Jagirdar
- Raghunath Singh RS Kiledar Freedom Fighter and Lok Sabha MP
- Mahendra Singh Kiledar, Freedom Fighter, MLA and Minister
- Virender Singh Kiledar Kareli Municipality Chairman and Freedom Fighter
- स्वर्गीय श्री देवेंद्र सिंह किलेदार
- डॉ राजेंद्र सिंह किलेदार ,पूर्व मध्य प्रदेश कोंग्रेस कमेटी अध्यक्ष
- श्रीमती रेखा किलेदार , पूर्व जिला कन्सूमर फ़ोरम जज
- स्व. श्री दीपेंद्र सिंह किलेदार
- श्रीमती मंजू किलेदार
- भूपेंद्र सिंह किलेदार
- श्रीमती मंजरी किलेदार पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष
- स्व.श्री कृष्ण कुमार किलेदार
- श्रीमती राधा किलेदार, जिला पंचायत सदस्य एवं सभापति स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास
- नवाब सिंह किलेदार
- स्व. श्रीमती सुधा किलेदार
- श्री सिद्धार्थ किलेदार का जन्म 19.11.1983 को भुगवारा में हुआ। आपकी प्रारंभिक शिक्षा The Scindia School ग्वालियर में संपन्न हुई इस दोरान पढ़ाई के साथ साथ खेल कूद, सामान्य ज्ञान, डिबेट आदी प्रतियोगिताओं में अन्य नामी बोर्डिंग स्कूल्ज़ के साथ भाग लिया और सर्वोच्च स्थान प्राप्त किए है। आपकी स्नातक डिग्री मुंबई विश्वविद्यालय के प्रसिद्ध कॉलेज Sydenham कॉलेज ओफ़ कामर्स से हुई वहाँ भी आपने लगातार ३ साल भारत से सबसे बड़े कॉलेज फ़ेस्टिवल मल्हार में कई पदक जीते और परिवार का नाम रोशन किया।उसके पश्चात मास्टर ओफ बिज़्नेस अड्मिनिस्ट्रेशन यूनिवर्सिटी ओफ़ पुणे के FMS से उत्तीर्ण होकर भारत की सबसे बड़ी FMCG कम्पनी में नोर्थ ज़ोन हेड बनके १० साल कार्यरत रहे। शुरू से ही मन में अपने शेत्र में कुछ करने कि चाह रही इसलिय बड़े शहरो में रहने और देश विदेश का भ्रमण करके भी अपनी जड़ो से जुड़े रहे अब अपने शेत्र में किसानो को २००० मेट्रिक टन कपैसिटी का व्यर हाउस प्रदान कर आधुनिक टेक्नीक के साथ मार्गदर्शन कर रहे हैं इस तरह आप अपने खेत खलियानों से भी जुड़े हुए है और साथ साथ अन्य व्यवसाय भी चला रहे है।
- श्री समीर किलेदार का जन्म 19.10.1984 को भुगवारा में हुआ। आपकी प्रारंभिक शिक्षा डेली कॉलेज इंदौर में संपन्न हुई । पुने विश्वविद्यालय से आपने स्नातक डिग्री और Marketing & IT में स्नात्कोत्तर डिग्री बाला जी एजूकेशन सोसायटी, पुने से प्राप्त की । वर्तमान में आप सीनियर सेल्स मैनेजर, भारत ,सवीस एमएनसी में कार्यरत हैं । आपने देश विदेश का भ्रमण किया है । समाज सेवा के प्रति आपकी गहन रुचि है और जब कभी आपको समय मिलता है आप समाज सेवा के लिए समर्पित भाव से तैयार रहते हैं ।
- मानसी किलेदार का जन्म 19.09.1989 उच्च शिक्षा यूनिवर्सिटी ओफ़ बॉम्बे से प्राप्त कर बॉम्बे में कार्यरत।
- अनीला किलेदार का जन्म 01.10.1989 उच्च शिक्षा इंदौर से प्राप्त कर इंदौर में कार्यरत।
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