Madhupaghna
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Madhupaghna (मधुपघ्न) refers to ancient name of Mathura. It means the city founded after destruction of the city of Asura Madhu.
Origin
Madhūpaghna (मधूपघ्न).—n. : (-ghnaṃ) The city Mathura. E. madhu the demon, upaghna destruction. [1][2]
Variants
- Madhupaghna मधुपघ्न = मधुपघ्ना (AS, p.708)
History
मधुपघ्न = मधुपघ्ना
विजयेन्द्र कुमार माथुर[3] ने लेख किया है ...मधुपघ्न = मधुपघ्ना (AS, p.708) : रामायण काल में लवणासुर की राजधानी मथुरा या उसके सन्निकट स्थित उपनगर. इसका नाम लवणासुर के पिता मधुर दैत्य के नाम पर प्रसिद्ध था. मधुरा, मधुपुरी या मधुवन भी मधु के ही नाम पर प्रसिद्ध थे.
कालिदास ने रघुवंश 15,15 में मधुपघ्न का उल्लेख इस प्रकार किया है—‘ स च प्राप मधूपघ्नं कुम्भीनस्याश्च कुक्षिजः, वनात्करं इवादाय सत्त्वराशिं उपस्थितः’ अर्थात मधुपघ्न में जैसे ही शत्रुघ्न पहुंच, कुंभीनसी का पुत्र (लवणासुर) वन से, जीवों की राशि के साथ मानो कर देने के लिए वहां आया. मल्लीनाथ ने इस नगर को अपनी [p.709] टीका में लवणपुर लिखा है. रघुवंश 15,28 से विदित होता है कि लवणासुर का वध करने के उपरांत, शत्रुघ्न ने शूरसेन-प्रदेश की पुरानी राजधानी मधुरा के स्थान में नई नगरी बसाई जो यमुना के तट पर थी—‘ उपकूलं स कालिन्द्याः पुरीं पौरुषभूषणः । निर्ममे निर्ममोऽर्थेषु मथुरां मधुराकृतिः’ (देखें विष्णु पुराण 4,5,107-‘शत्रुघ्नेनाप्यमित बलपराक्रमो मधुपुत्रो लवणोनाम राक्षसो-अभिहतो मथुरा निवेशिता’).
मधुपघ्न या लवणपुर, तत्कालीन मधुरा या मथुरा से शायद भिन्न था फिर भी इसकी स्थिति मथुरा के सन्निकट ही थी क्योंकि शत्रुघ्न ने पुरानी नगरी मथुरा के स्थान पर ही नई नगरी बसाई थी. जैन विद्वान हेमचंद्राचार्य के अभिधान चिंतामणि नामक ग्रंथ (पृ.390) में भी मथुरा को मधुपघ्ना कहा गया है. (देखें मथुरा, मधुवन)
External links
References
- ↑ Source: Cologne Digital Sanskrit Dictionaries: Shabda-Sagara Sanskrit-English Dictionary
- ↑ https://www.wisdomlib.org/definition/madhupaghna
- ↑ Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.708-709