Mandawar Tonk
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Mandawar (मंडावर) is a village in Tonk tahsil in Tonk district in Rajasthan. Its population as of 2001 is 601.
Founder
Manda Jats
Location
It is in east of Tonk city near the border of Sawai Madhopur district.
Jat Gotras
History
प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग 'श्री घुश्मेशवर' ईसरदा के पास शिवाड़ में अवस्थित है, जिनकी इस क्षेत्र में भारत के बारह वें ज्योतिर्लिंग के रूप में लोक मान्यता है. शिवाड़ प्राचीन काल में शिवालय नाम से जाना जाता था जिसका उल्लेख शिवपुराण में ईश्वरद्वार के नाम से है. [1]
इस क्षेत्र के चार द्वार हैं: प्रथम - पूर्वी द्वार का नाम सर्वसर्पद्वार जो आजकल सारसोप गाँव है, जहाँ भैरुंजी का आज भी है. दूसरा उत्तरी द्वार का नाम वृषभद्वार था जो अपभ्रंश होकर बहल और आजकल बहड़ हो गया है. तीसरा द्वार नाट्यशाला था जो आजकल नटवाड़ा नाम रह गया है. नटवाड़ा शिवाड़ के पश्चिम में बसा है. चौथा द्वार 'ईश्वर द्वार होने की बात है जो आजकल ईसरदा है. [2]
इस क्षेत्र की प्रमुख नदी वशिष्ठी का वर्णन है जिसका नाम आज बनास है. इस नदी के किनारे मंदार वन का उल्लेख है जो आजकल मंडावर नामक गाँव बसा है. उक्त माहात्म्य में शिवालय के उत्तर-पश्चिम में सुररार नामक सरोवर का उल्लेख है आज वहाँ सिरस गाँव बसा है. [3]
मंडावर का प्राचीन इतिहास ज्ञात नहीं है. जनश्रुति है कि महमूद गजनवी ने सोमनाथ अभियान पर जाते समय शिवाड़ के घुश्मेश्वर मंदिर को लूटा. यहाँ के तत्कालीन शासक चद्रसेन पुत्रों सहित वीरगति को प्राप्त हुए. तत्पश्चात राजा शिववीर चौहान , जो निकटवृति मंडावर का राजा था, ने घुसमेश्वर के प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्धार कराया. बाद में दिल्ली के सुलतान अलाउद्दीन खिलजी ने रणथम्भोर के शासक हम्मीर के विरुद्ध अभियान पर जाते समय इस मंदिर पर भी आक्रमण कर क्षति पहुंचाई. [4]
Population
At the time of Census-2011, the total population of Lawadar village was 4501, with 863 households.
Notable persons
External links
References
- ↑ Dr. Raghavendra Singh Manohar:Rajasthan Ke Prachin Nagar Aur Kasbe, 2010,p. 54
- ↑ Dr. Raghavendra Singh Manohar:Rajasthan Ke Prachin Nagar Aur Kasbe, 2010,p. 55
- ↑ Dr. Raghavendra Singh Manohar:Rajasthan Ke Prachin Nagar Aur Kasbe, 2010,p. 55
- ↑ Dr. Raghavendra Singh Manohar:Rajasthan Ke Prachin Nagar Aur Kasbe, 2010,p. 55
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