Mukhalingam

From Jatland Wiki
Author:Laxman Burdak, IFS (R)

Srikakulam district map

Mukhalingam (मुखलिंगम्) is a village panchayat in Jalumuru mandal of Srikakulam district, Andhra Pradesh, India.

Location

Mukhalingam is located at 18.5943°N 83.9635°E.

Variants

  • Mukhalingam (मुखलिंगम्), जिला गंजम, उड़ीसा, (AS, p.750)
  • Kalinganagara (कलिंगनगर) (उड़ीसा) (AS, p.149)

History

The Srimukhalingeswara temple is a Shiva temple in the village, which was built by Kamarnava–II in 8th century AD of the Eastern Ganga dynasty.[1] Every year famous Chakratirtha snanam( holy bath) is taken by pilgrims . Lakhs of pilgrims visit from Odisha and Andhra Pradesh on the auspicious day to take the holy bath and take blessings of Lord Shiva.

मुखलिंगम्

विजयेन्द्र कुमार माथुर[2] ने लेख किया है ...मुखलिंगम् (AS, p.750) जिला गंजम, उड़ीसा का प्राचीन कलिंगनगर है. यहां उड़ीसा की प्राचीनतम राजधानी थी. 10वीं- 11वीं सदी ई. में भी गंगवंशीय नरेशों में अनंतवर्मन् चोड़गंग (1076-1147 ई.) सबसे अधिक प्रसिद्ध था. इसी ने पूरी का प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर बनवाया था. मुखलिंगम् वंशधारा नदी के तट पर स्थित है. (देखे: कलिंगनगर)

कलिंगनगर

विजयेन्द्र कुमार माथुर[3] ने लेख किया है ...कलिंगनगर उड़ीसा (AS, p.149) प्राचीन कलिंग का मुख्य नगर था. इसका उल्लेख खारवेल के अभिलेख (प्रथम सदी ई.) में है. इस नगर के प्रवेशद्वारों तथा परकोटे की मरम्मत खारवेल ने अपने शासनकाल के प्रथम वर्ष में करवाई थी. कलिंगनगर का अभिज्ञान मुखलिंगम् से किया गया है जो वंशधारा नदी के तट पर बसा है. [p.150]: भुवनेश्वर के निकट स्थित शिशुपालगढ़ को भी प्राचीन कलिंगनगर कहा जाता है (देखें-कलिंग; शिशुपालगढ़). प्राचीन रोम के भौगोलिक टोलमी ने शायद कलिंगनगर को ही कन्नागर लिखा है (देखें हिस्ट्री ऑफ उड़ीसा, माहताब, पृ.24). कलिंगनगर को चोड़ गंगदेव (1077-1147 ई.) ने अपनी राजधानी बनाया था और यह नगर 1135 ई. तक इसी रूप में रहा.

External links

References

  1. Linda, Mary F. (1990-01-01). "Nārāyaṇapuram: A Tenth Century Site in Kaliṅga". Artibus Asiae. 50 (3/4): 232–262. doi:10.2307/3250071. JSTOR 3250071.
  2. Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.750
  3. Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.149