Narayan Singh Gorawas
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Narayan Singh Gorawas (चौधरी नारायण सिंह जी) (.....), from village Gorawas, Neem Ka Thana , Sikar, Rajasthan, was a Freedom Fighter who took part in Shekhawati farmers movement in Rajasthan. [1]
जाट जन सेवक
ठाकुर देशराज[2] ने लिखा है ....चौधरी नारायण सिंह जी - [पृ.478]: आपका जन्म गोडावास गांव में हुआ है। आपकी उम्र इस समय करीबन 37 साल की होगी। आप पहले फौज में भर्ती थे। उसमें भी आप अच्छी बहादुरी के साथ काम करके अच्छे दर्जे पर पहुंचे। आपने अपनी तिक्षण बुद्धि से हिंदी और अंग्रेजी पढ़ा और कंपाउंडरी का इम्तिहान देकर कई सर्टिफिकेट प्राप्त किए। आप बचपन से ही जाट जाती की उन्नति की अभिलाषा रखते आए हैं। जब जब आप फौज से घर पर छुट्टी आए हैं तब तब ही अपने गांव और आस-पास के गांव में
[पृ.479]: जाकर समाज सुधार की काफी शिक्षा देते रहते थे। बाद में आप फौज से अपना नाम कटाकर घर पर आ गए। कई दिन तक अपना पूरा टाइम अपने गांव में जाती व सुधार में लगाया। फिर अब रेल में कंपाउंडरी के पोस्ट पर भर्ती हो गए। जब आपको सरकारी काम से फुर्सत मिलती है तो आप अपना समय ज्यादा से ज्यादा जातीय कार्य में ही लगाते रहते हैं। अजमेर मेरवाड़ा की जाटसभा के जन्म में भी आपका काफी हाथ रहा है। आप इस समय फुलेरा के रेलवे सफाखाने में कंपाउंडर हैं। आपने अपनी मिलनसारी आदत से फुलेरा के आस-पास के गांवों में अपनी अच्छी धाक जमा रखी है। आपकी शादी नाथद्वारा के चौधरी किसनाराम जी की सुपुत्री लक्ष्मी बाई के साथ हुई है। यह आप की दूसरी शादी है। आपके अभी तक कोई संतान नहीं है। आप इस समय जयपुर में होने वाली जाट सभा के जलसे की तैयारी में रात-दिन जुट रहे हैं।
जीवन परिचय
बाहरी कड़ियाँ
संदर्भ
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, 1949, p.477
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, 1949, p.477